बलौदाबाज़ार घटना : आगजनी के बाद गाड़ियां ढूंढ रहे कर्मचारियों को मिला उनका ढांचा, कर रहे मुआवज़े की मांग
बलौदाबाज़ार में आगजनी और तोड़-फोड़ की घटना के बाद वहां के अधिकारी-कर्मचारी जब अपनी गाड़ियों को ढूंढ़ने लगे, तो उनको सिर्फ़ गाड़ियों का ढांचा ही नसीब हुआ। जब प्रदर्शनकारी विध्वंशक घटना को अंजाम दे रहे थे, तब वहां के अधिकारी-कर्मचारी अपनी जान बचने के लिए वहां से भाग निकले और जब अगले दिन अपनी- अपनी गाड़ियों को लेने पहुंचे, तो भौचक्के रह गए। गाड़ियों का बस ढांचा ही था, जो किसी काम का नहीं था। अपनी गाड़ियों को इस तरह कबाड़ के रूप में देखकर उनकी आंखों में आंसू छलक पड़े और उनका सिर्फ़ एक ही सवाल था कि- इन गाड़ियों ने तो किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा था, फिर उनको क्यों फूंक दिया गया।
कर्मचारियों ने की मुआवज़े की मांग
वहां काम करने वाले कर्मचारियों ने कलेक्टर दीपक सोनी और पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल से मुआवज़े के लिए गुहार लगाई है। कर्मचारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनसे भेंट की, साथ ही अपनी गाड़ियों की क्षतिपूर्ति के लिए आवेदन भी दिया। इस पर कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा है कि- घटना में क्षतिग्रस्त वाहनों के स्वामियों को बीमा क्लेम दिलाने में सहयोग किया जा रहा है, जिससे उनको बीमे की राशि मिलने में देर ना हो।