आईटीएम यूनिवर्सिटी बगैर लाइसेंस के चला रही ड्रोन क्लासेस
डीजीसीए से नहीं ली गई मान्यता,छात्रों के भविष्य के साथ प्रबंधन कर रहा खिलवाड़, पीएम मोदी की योजना का हो रहा दुरुपयोग

रायपुर। आईटीएम यूनिवर्सिटी बगैर लाइसेंस लिए धड़ल्ले से ड्रोन की क्लासेस कॉलेज प्रबंधन द्वारा चलाई जा रही है, जबकि ड्रोन के लिए डीजेसीए द्वारा लाइसेंस लिया जाता है,वहीं संस्था इसे चला सकती है। लेकिन आईटीएम यूनिवर्सिटी में ना ही लाइसेंस लिया गया है और ना ही इनके पास योग्य फैकेल्टी है,जो ड्रोन की पढ़ाई करवा सके। प्रबंधन द्वारा मोटी रकम लेकर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
यह है नियम
भारत में DGCA ( Directorate General of Civil Aviation ) के RPTO लाइसेंस के बिना ड्रोन ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट नहीं खोला जा सकता DGCA द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थाओं का नाम सार्वजनिक रूप से DGCA की वेबसाइट डिजीटल स्काइ पर उपलब्ध है जहां पर इनका नाम नहीं है ।
योजना का हो रहा दुरुपयोग
डीजीसीए के अनुसार बिना RPTO लाइसेंस के पायलट ट्रेनिंग करना एक अपराध है। बिना RPTO लाइसेंस के किसी भी संस्था के कैंपस को डीजीसीए अप्रूव्ड संस्था बोलकर छात्रों को ड्रोन पायलट ट्रेनिंग करना डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ सिविल एविएशन के नियमों की बिलकुल खिलाफ है। आईटीएम यूनिवर्सिटी प्रधानमंत्री के ड्रोन दीदी योजना का दुरुपयोग कर रही है |