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बाल लैंगिक शोषण के ख़िलाफ़ अर्पण संस्था का अभियान

ज़िले के 1684 शिक्षकों ने इस अभियान में लिया सहभाग

ज़िला और मुंबई स्थित अर्पण संस्था ने बाल लैंगिक शोषण को रोकने के लिए कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी एवं डीएमसी की प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में व्यक्तिगत सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम शुरू करने के लिए शिक्षकों की क्षमता निर्माण प्रशिक्षण 11 नवम्बर को आयोजित किया है। इसका प्राथमिक उद्देश्य प्रमुख हितधारकों (शिक्षक) बाल लैंगिक शोषण के मुद्दे को संबोधित करने के लिए प्रासंगिक ज्ञान और कौशल के साथ प्रशिक्षित करना है। इस प्रशिक्षण के साथ, शिक्षक माता-पिता तथा भागीदारों के लिए इस विषय पर एकता सत्र आयोजित करेंगे। तथा बच्चों को उनकी आयु अनुसार जानकारी देने में सक्षम होंगे और असुरक्षित परिस्थितियों का करने के लिए बच्थों को प्रभावी ढंग से तैयार करेंगे उन्हें उपयुक्त समर्थन देंगे। इस तरह, इस अभियान से बच्चों के लिए एक सुरक्षित माहौल तैयार करने में मदद मिलेगी।

‘अर्पण एक पुरस्कार विजेता गैर-सरकारी संस्था (एनजीओ) है। यह मुंबई सहित विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है। यह संस्था को बाल लैंगिक शोषण से मुक्त करने की दिशा में काम कर रही है। अर्पण भारत की सबसे बड़ी गैर सरकारी संस्था है, जो बच्चों सहित वयस्कों के लिए बाल लैंगिक शोषण पर रोकथाम एवं हस्तक्षेप प्रशिक्षण सेवाएं उपलब्ध कराती है। सन 2000 से अ के कार्यों के बच्चों और वयस्कों पर हुआ है। अभियान का ये चरण दंतेवाड़ा जिले के दंतेवाड़ा, गीदम कटेकल्याण और कुआकोंडा के शिक्षकों के लिए आयोजित किया गया है।

बाल लैंगिक शोषण का परिचय
शोषण और बाल लैंगिक शोषण के प्रकार इनके आंकड़े बाल लैंगिक शोषण के अधिनियम और इसके प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। अल्पकालीन और दीर्घकालीन प्रभाव www.arpan.org.bu है। लैंगिक शोषण को रोकने के लिए रोकथाम कार्यक्रम ’व्यक्तिगत सुरक्षा शिक्षा’ आधारित व्यक्तिगत सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम, ऑनलाइन ई-लर्निंग कोर्स का परिचय, जानकारी देकर बच्चों को सशक्त बनाने के तरीके पर एक प्रस्तुति दी जाएगी।

रोकथाम के पाठों और कौर बच्चे के खुलासे के मामले को कैसे संभालें?
खुलासे के प्रकार और बाल लैंगिक पर नवीनतम जानकारी की प्रस्तुति दी जाएगी। ने को संभालते समय शिक्षकों को किन कौशलों का इस्तेमाल करना चाहिए, इस प्रशिक्षण को संचालित करने में अर्पण संस्था के अनुभवी प्रशिक्षक सायली जाधव, मिलिंद मुरुडकर दिनेश रेग्म, सुशिल मोहिते, नूपुर लांडगे, प्रशांत गीते, संकिता शिंदे, सुरज एगडे, योगेश जावले, मनस्वी कुंडू शांतिलाल रिकियो और विलय आणलाचे मार्गदर्शन देंगे। इस प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने में एस. सी. ई. आर. टी. छ. ग. रायपुर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। बच्चों को व्यक्तिगत सुरक्षा सिखाने के लिए आप हमारी वेबसाइट www.arpaneleam.com पर भी जा सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

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