Naxalite Encounter in Chhattisgarh: गरियाबंद के मोतीपानी जंगल में मुठभेड़, खात्मे के बाद उठा सवाल – कौन था खूंखार नक्सली साकेत?
Naxalite Encounter in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद के मोतीपानी जंगल में शुक्रवार शाम सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़..
04, May, 2025 | गरियाबंद | Naxalite Encounter in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद के मोतीपानी जंगल में शुक्रवार शाम सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ किसी फिल्मी कहानी जैसी थी। इस मुठभेड़ में एक खूंखार नक्सली मारा गया, जिसकी पहचान साकेत उर्फ योगेश उर्फ आयतु के रूप में हुई है।
कौन था साकेत?
पुलिस के अनुसार, बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र का रहने वाला साकेत एक सामान्य नक्सली नहीं था। वह नक्सल संगठन में एक विश्वस्त सदस्य था और लंबे समय से वरिष्ठ माओवादी नेताओं की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहा था। वह डीबीसी (डिवीजन बॉडी कॉम्बैट) का सक्रिय सदस्य और नक्सलियों के बड़े कमांडरों का निजी अंगरक्षक भी बताया जा रहा है।
मोतीपानी जंगल में क्या कर रहा था?
सुरक्षा बलों के मुताबिक, साकेत अपने साथियों के साथ मोतीपानी के जंगल में घात लगाकर बैठा था। उनका मकसद सर्चिंग पर निकले सुरक्षाबलों पर हमला करना और उनके हथियार लूटना था। हालांकि, उनकी यह योजना सफल नहीं हो पाई।
मुठभेड़ और बरामदगी
सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई लगभग 40 मिनट तक चली, जिसके बाद साकेत मारा गया। मुठभेड़ स्थल से एक एसएलआर राइफल, बम, कारतूस, नक्सली साहित्य और कुछ अन्य महत्वपूर्ण सामान बरामद हुए हैं। अंधेरे का फायदा उठाकर बाकी नक्सली भागने में सफल रहे।
साकेत की मौत निश्चित रूप से नक्सली संगठन के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि उसने संगठन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हालांकि, मोतीपानी के जंगल में अभी भी कई अनसुलझे रहस्य छिपे हुए हैं।



