अंधविश्वास: तांत्रिक के कहने पर ज़िंदा चूज़ा निगल गया युवक, डॉक्टरों ने गला काटकर निकाला चूज़ा
अंधविश्वास के चक्कर में एक युवक अपनी जान से हाथ धो बैठा। अंबिकापुर में एक ऐसी घटना घटित हुई है, जिससे डॉक्टर्स भी हैरान हैं। मामला कुछ यूं है कि- एक युवक को शादी के 5 साल बाद संतान सुख के रूप में बेटे की प्राप्ति हुई, लेकिन जब उसकी संतान नहीं थी तब वो एक तांत्रिक के संपर्क में आया। इसके बाद जब उसके घर में किलकारी गूंजी, तो वो फिर से उसी तांत्रिक के पास गया। बताया जा रहा है कि- तांत्रिक ने उसे ज़िंदा चूज़ा निगलने को कहा। युवक ने अंधभक्ति में पूरी तांत्रिक प्रक्रिया के बाद, बिना चबाए ज़िंदा चूज़ा निगल लिया।
इस टोटके के चक्कर में जब उसकी मौत हो गई और डॉक्टरों ने युवक का पोस्टमार्टम किया तो उन्हें अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हुआ। डॉक्टरों ने मृतक के गले से बिना चबाया हुआ चूज़ा बाहर निकाला जो उसके आहार और स्वास नली में फंसा हुआ था। जब परिजनों से इस बारे में पूछताछ की गई तो पता चला कि- मृतक का पूरा परिवार एक तांत्रिक के संपर्क में था।
मृतक का नाम आनंद यादव है और उसका पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर संतू बाघ के अनुसार- परिवारवालों ने पुलिस को बताया कि- युवक नहाकर निकलने के बाद अचानक चक्कर खाकर गिर गया और आनन फानन में जब उसे हॉस्पिटल ले गए तो डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टरों ने मौत का कारन जानने के लिए जब ने चेस्ट, एब्डामिन और हेड खोला तो वो किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे। फिर उन्होंने जब मृतक की गर्दन खोली तो वहां उन्हें यू शेप में फंसा हुआ चूज़ा दिखा। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर संतू बाघ ने बताया कि- चूज़े का पैर श्वसन नली में और सिर वाला हिस्सा आहार नली में फंसा हुआ था, जिसे देखने के बाद कन्फ़र्म हो गया कि- चूज़े को बिना चबाए ज़िंदा ही निगला गया है। ये बात स्पष्ट हो गई कि- दम घुटने से ही युवक की मौत हुई है।