CGMSC Scam: ईओडब्लू ने पांच अधिकारियों को किया गिरफ्तार, हेल्थ विभाग के डिप्टी डायरेक्टर भी शामिल
CGMSC Scam: छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन (सीजीएमएससी) में करोड़ों के रीएजेंट खरीदी घोटाले में ईओडब्लू...

22, March, 2025 | CGMSC Scam: छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन (सीजीएमएससी) में करोड़ों के रीएजेंट खरीदी घोटाले में ईओडब्लू (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए अधिकारियों में हेल्थ विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. अनिल परसाई, सीजीएमएससी के दो जनरल मैनेजर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। इससे पहले रीएजेंट सप्लायर कंपनी मोक्षित कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर शाशांक चोपड़ा को भी ईओडब्लू गिरफ्तार कर चुकी है।
गिरफ्तार किए गए अधिकारी
ईओडब्लू ने बसंत कुमार कौशिक, डॉ. अनिल परसाई, छिरोद रौतिया, कमलकांत पाटनवार और दीपक कुमार बांधे को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सीजीएमएससी और हेल्थ विभाग के कई अधिकारियों से लंबी पूछताछ के बाद की गई। संभावना है कि इन सभी को जल्द ही ईओडब्लू कोर्ट में पेश किया जाएगा।
660 करोड़ के घोटाले का खुलासा
यह मामला कांग्रेस शासनकाल में स्वास्थ्य विभाग के सीजीएमएससी द्वारा की गई अनियमितताओं से जुड़ा है। इस घोटाले में राज्य सरकार के कोष को 660 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने की बात सामने आई है। इस गंभीर अनियमितता को लेकर भारतीय लेखा एवं लेखा परीक्षा विभाग के प्रिंसिपल अकाउंटेंट जनरल (ऑडिट) आईएएस यशवंत कुमार ने एडिशनल चीफ सेक्रेटरी मनोज कुमार पिंगुआ को पत्र लिखकर पूरे घोटाले की जानकारी दी थी।
ऑडिट में खुला घोटाले का राज
लेखा परीक्षा टीम ने सीजीएमएससी की दवा और उपकरण आपूर्ति का वित्तीय वर्ष 2022-24 और 2023-24 के दस्तावेजों का ऑडिट किया। इस दौरान सामने आया कि बजट आवंटन के बिना ही 660 करोड़ रुपये की खरीदी कर दी गई। यही नहीं, आवश्यकता से अधिक केमिकल और उपकरण खरीदकर नियमों को ताक पर रख दिया गया।
बड़ी कार्रवाई की संभावना
ईओडब्लू की इस कार्रवाई के बाद अन्य बड़े अधिकारियों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। दो आईएएस अफसरों समेत सीजीएमएससी और हेल्थ विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार पूछताछ की जा रही है। आने वाले दिनों में घोटाले से जुड़े और बड़े खुलासे होने की संभावना है।