Agniveer Fameshwari Yadav: छत्तीसगढ़ की पहली महिला अग्निवीर बनीं फामेश्वरी यादव, मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
Agniveer Fameshwari Yadav: छत्तीसगढ़ की बेटियों के लिए एक नई उपलब्धि हासिल करते हुए, गरियाबंद जिले की फामेश्वरी यादव ने भारतीय सेना में अग्निवीर महिला सैन्य...

29, March, 2025 | रायपुर | Agniveer Fameshwari Yadav: छत्तीसगढ़ की बेटियों के लिए एक नई उपलब्धि हासिल करते हुए, गरियाबंद जिले की फामेश्वरी यादव ने भारतीय सेना में अग्निवीर महिला सैन्य पुलिस (WMP) के रूप में चयनित होकर इतिहास रच दिया है। इस उपलब्धि के साथ, वह छत्तीसगढ़ की पहली महिला अग्निवीर बनने का गौरव प्राप्त करने वाली युवती बन गई हैं। यह केवल एक व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि प्रदेश की अन्य युवतियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।
इस शानदार उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने फामेश्वरी को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि यह सफलता प्रदेश की बेटियों की हिम्मत, आत्मविश्वास और देशभक्ति का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा, “फामेश्वरी की सफलता यह साबित करती है कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी मंज़िल मुश्किल नहीं होती। यह सफलता न सिर्फ उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है।”
नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत बनीं फामेश्वरी
फामेश्वरी यादव का सेना में चयन उन तमाम लड़कियों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है जो सेना में अपना करियर बनाना चाहती हैं। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि उनकी इस उपलब्धि से राज्य की अन्य बेटियों को भी सेना और अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। राज्य सरकार बेटियों के सशक्तिकरण और राष्ट्र सेवा के हर कदम में उनके साथ खड़ी है। उन्होंने आगे कहा कि फामेश्वरी की यह उपलब्धि राज्य की युवा पीढ़ी को अपने सपनों को पूरा करने की हिम्मत देगी और उन्हें नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिए प्रेरित करेगी।
1 मई से शुरू होगा प्रशिक्षण
फामेश्वरी का नाम 24 मार्च, 2025 को घोषित परिणामों में शामिल हुआ था। अब वह 1 मई, 2025 से बेंगलुरु स्थित सेना मिलिट्री पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण शुरू करेंगी। इस महत्वपूर्ण अवसर पर सेना भर्ती कार्यालय, रायपुर ने भी उन्हें सम्मानित किया और उनकी मेहनत व संघर्ष की सराहना की।
फामेश्वरी की यह सफलता न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। यह कहानी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सेना या अन्य क्षेत्रों में अपना करियर बनाना चाहते हैं। उनके इस साहसिक कदम से निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ की बेटियों को एक नई दिशा मिलेगी और वे भी अपने सपनों को साकार करने की हिम्मत जुटा सकेंगी।