छत्तीसगढ़ में कैबिनेट विस्तार पर संशय बरकरार, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद हो सकता है फैसला

रायपुर। छत्तीसगढ़ में लंबे समय से चर्चित कैबिनेट विस्तार फिलहाल फिर टलता नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हाल ही में संकेत दिए थे कि मंत्रिमंडल का विस्तार कभी भी हो सकता है, लेकिन अब विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से खबर है कि यह प्रक्रिया भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही आगे बढ़ेगी।
पार्टी और सरकार से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, भले ही विस्तार और अध्यक्ष पद के चुनाव का सीधा संबंध न हो, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व की कुछ अहम सिफारिशों और समन्वय को लेकर बैठक प्रस्तावित है। ऐसे में कैबिनेट विस्तार की प्रक्रिया अभी कुछ दिनों के लिए टाल दी गई है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद बढ़ेगी रफ्तार
भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव इसी माह प्रस्तावित है और उसके बाद ही प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की गाड़ी तेजी पकड़ सकती है। इसी संदर्भ में हाल ही में प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन और राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से दो दिन तक लंबी बैठकें की थीं। इस बैठक में संगठन महामंत्री अजय जामवाल और पवन साय भी मौजूद थे।
14 तक पहुंच सकती है मंत्री संख्या
फिलहाल छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री समेत 11 मंत्री हैं। बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद से एक पद रिक्त हो गया था। ऐसे में दो मंत्री पद खाली माने जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा फार्मूले के तहत एक अतिरिक्त मंत्री पद की गुंजाइश भी बन रही है, जिससे मंत्रियों की कुल संख्या 14 हो सकती है।
सोशल मीडिया में वायरल नामों की चर्चा
भाजपा के सोशल मीडिया ग्रुपों में यह चर्चा तेजी से चल रही है कि तीन नए मंत्री शपथ ले सकते हैं। वायरल मैसेजों में जिन नामों की चर्चा है, उनमें अमर अग्रवाल, गजेंद्र यादव और पुरंदर मिश्रा शामिल हैं।
- अमर अग्रवाल पूर्व मंत्री रह चुके हैं और नीतिगत फैसलों के लिए पहचाने जाते हैं।
- गजेंद्र यादव संघ की पृष्ठभूमि से हैं और यादव समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो प्रदेश में ओबीसी वर्ग में अहम भूमिका निभाता है।
- तीसरे नाम को लेकर हालांकि असमंजस की स्थिति बनी हुई है। सोशल मीडिया पर पुरंदर मिश्रा का नाम चल रहा है, लेकिन राजेश मूणत और अजय चंद्राकर भी इस रेस में हैं।
हालात साफ हैं कि कैबिनेट विस्तार की स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी है, लेकिन अंतिम मुहर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव के बाद ही लगेगी। प्रदेश भाजपा में मंत्रियों की लिस्ट को लेकर अंदरूनी मंथन जोरों पर है और जल्द ही इसका औपचारिक ऐलान होने की संभावना है।