OBC Congress Meeting: ओबीसी कांग्रेस की बैठक में शामिल होने भूपेश बघेल दिल्ली दौरे पर
OBC Congress Meeting: दिल्ली में आज कांग्रेस के ओबीसी विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इस बैठक में कांग्रेस नेता...

26, May, 2025 | रायपुर, छत्तीसगढ़ | OBC Congress Meeting: दिल्ली में आज कांग्रेस के ओबीसी विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इस बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित देशभर के ओबीसी कांग्रेस नेता शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ से राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल भी इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं, उनके साथ विधायक रामकुमार यादव और कुंवर सिंह निषाद भी मौजूद हैं।
जातिगत जनगणना पर भूपेश बघेल का बयान
दिल्ली रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल ने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “जब से राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना की बात की है, तब से देशभर में इसे लेकर माहौल बना हुआ है।” उन्होंने जोर दिया कि इससे आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक स्तर पर बड़ा बदलाव संभव है। बघेल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार ने भी इसी विषय को ध्यान में रखते हुए जातिगत जनगणना कराने का फैसला किया था, जो कि कैबिनेट का निर्णय है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह प्रक्रिया समय और संसाधनों की मांग करती है, और फिलहाल भारत सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने बताया कि इन्हीं मुद्दों को लेकर दिल्ली में छत्तीसगढ़ के सभी ओबीसी नेता एकजुट हो रहे हैं।
भूपेश बघेल का सवाल: ‘मुख्यमंत्री के विभाग कौन चला रहा है?’
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार में देरी और मंत्रियों की सीमित संख्या को लेकर साय सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “जितने कम मंत्री होंगे, उनके सारे विभाग मुख्यमंत्री के पास चले जाएंगे। अब यह जानने की आवश्यकता है कि मुख्यमंत्री के पास जो विभाग हैं, उन्हें आखिर चला कौन रहा है?” उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि चाहे वह माइनिंग हो या शिक्षा, सभी विभाग मुख्यमंत्री के पास हैं, तो फिर उनका संचालन कौन कर रहा है?
पत्रकारों के साथ बदसलूकी पर तीखी प्रतिक्रिया
मेकाहारा अस्पताल में पत्रकारों के साथ हुई बदसलूकी और मारपीट की घटना पर भूपेश बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “पत्रकारों के साथ ऐसी घटना की मैं निंदा करता हूं। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों।” बता दें कि रविवार रात कवरेज करने गए मीडियाकर्मी के साथ मेकाहारा अस्पताल में तैनात बाउंसरों ने धक्कामुक्की की और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी, जिसको लेकर मीडियाकर्मियों में भारी आक्रोश है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को लेकर सरकार पर साधा निशाना
दंतेवाड़ा जिले में नक्सलवाद की स्थिति पर पूर्व मुख्यमंत्री ने वर्तमान सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “हमारी सरकार के कार्यकाल में वहां नक्सलियों की संख्या में भारी कमी आई थी। हमने वहां शिक्षा का प्रचार-प्रसार किया और आदिवासियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए अभियान चलाए।” उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान की साय सरकार तेंदूपत्ता नहीं खरीद पा रही है और मनरेगा भी सुचारू रूप से नहीं चल रहा है, जिससे आदिवासियों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है।



