GST Raid: GST विभाग की कार्रवाई के खिलाफ अंबिकापुर के व्यापारी उतरे सड़कों पर, अवैध वसूली के लगाए गंभीर आरोप
GST Raid: शहर में जीएसटी विभाग की लगातार छापेमारी से नाराज़ व्यापारियों का सब्र अब जवाब दे गया है। रविवार को व्यापारी संघ...

01, June, 2025 | अंबिकापुर। GST Raid: शहर में जीएसटी विभाग की लगातार छापेमारी से नाराज़ व्यापारियों का सब्र अब जवाब दे गया है। रविवार को व्यापारी संघ के आह्वान पर अंबिकापुर नगर पूरी तरह से बंद रहा। शहर के अधिकांश व्यापारिक प्रतिष्ठानों के शटर गिरे रहे और कारोबार ठप रहा। व्यापारी संघ ने आरोप लगाया कि जीएसटी अधिकारियों द्वारा लगातार अवैध वसूली की जा रही है और छोटे कारोबारियों को अनावश्यक रूप से निशाना बनाया जा रहा है।
“हम व्यापारी हैं, चोर नहीं”: नारे लगाकर जताया विरोध
शहर की सड़कों पर उतरे व्यापारियों ने “जीएसटी अधिकारी होश में आओ”, “हम व्यापारी हैं, चोर नहीं” जैसे नारे लगाते हुए रैली निकाली और अपना विरोध दर्ज कराया। व्यापारी संघ ने स्पष्ट किया कि उन्हें विभाग की वैध और निष्पक्ष जांच से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन बिना आधार के की जा रही छापेमारी और भारी टैक्स थोपे जाने से व्यापारियों में भय और आक्रोश बढ़ रहा है।
“छोटे व्यापारियों को बनाया जा रहा है निशाना”
व्यापारियों का कहना है कि पिछले एक साल में अंबिकापुर में जीएसटी चोरी के नाम पर दर्जनों छापे मारे गए, जिनमें कई मामलों में विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठे हैं। छोटे दुकानदार जिनकी सालाना आय 50 लाख रुपये भी नहीं है, उन्हें 1 करोड़ रुपये तक का टैक्स नोटिस थमा दिया गया, जो पूरी तरह से अनुचित है। इससे व्यापारियों की मानसिक स्थिति पर गंभीर असर पड़ रहा है।
व्यापारी संघ के प्रतिनिधियों ने कहा, “हम सरकार को टैक्स देने से नहीं भागते। हम ईमानदारी से काम कर रहे हैं, लेकिन विभाग की मनमानी से हम परेशान हैं। ऐसी स्थिति पैदा की जा रही है जहां व्यापारी आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठाने को मजबूर हो सकते हैं।”
मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
अपनी मांगों को लेकर व्यापारियों ने तहसीलदार उमेश सिंह बाज को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि जीएसटी विभाग की मनमानी छापेमार कार्रवाई पर रोक लगाई जाए और व्यापारियों को बेवजह परेशान न किया जाए। व्यापारी संघ ने यह भी अपील की है कि सरकार सख्ती की बजाय संवेदनशील रवैया अपनाए और ईमानदार कारोबारियों को सुरक्षा प्रदान करे।
क्या कहता है व्यापारी वर्ग?
व्यापारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार यदि इसी तरह छापेमारी और दबाव की नीति अपनाती रही तो व्यापारियों का भरोसा तंत्र से उठ जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ, तो व्यापारी वर्ग बड़े आंदोलन का रास्ता भी अपना सकता है।
जीएसटी विभाग की छापेमारी को लेकर व्यापारी वर्ग की नाराजगी अब सड़कों पर नजर आने लगी है। अंबिकापुर में हुए बंद और रैली से यह साफ हो गया है कि व्यापारी अब अनुचित कर वसूली और प्रशासनिक दबाव के खिलाफ मोर्चा खोलने को तैयार हैं। अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार इस गंभीर नाराजगी को किस तरह से संबोधित करती है।



