Corruption in Jal Jeevan Mission: केंद्रीय टीम कल से छत्तीसगढ़ दौरे पर, पांच जिलों में अधूरे काम की होगी जांच
Corruption in Jal Jeevan Mission: छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी 'जल जीवन मिशन' योजना में कथित भ्रष्टाचार और अधूरे कार्यों...
Corruption in Jal Jeevan Mission: छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘जल जीवन मिशन’ योजना में कथित भ्रष्टाचार और अधूरे कार्यों की शिकायतों की जांच के लिए कल, 2 जून को एक केंद्रीय टीम प्रदेश के दौरे पर आ रही है। यह टीम राज्य के अलग-अलग जिलों में जाकर योजना के क्रियान्वयन की पड़ताल करेगी, जहां काम अधूरा होने के बावजूद ठेकेदारों को भुगतान किए जाने के गंभीर आरोप लगे हैं।
ये पांच जिले रडार पर: भुगतान के बाद भी काम अधूरा
जिन पांच जिलों में जल जीवन मिशन के तहत अधूरा कार्य और भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं, उनमें रायपुर, राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा, बस्तर और बेमेतरा जिला शामिल हैं। इन जिलों में कई गांवों में आज तक पानी की टंकी ही पूरी नहीं बन पाई है, और जो बनी भी हैं, वे आधी-अधूरी हैं। ऐसे में जल जीवन मिशन के निर्माण कार्य सवालों के घेरे में हैं, और केंद्रीय टीम इन्हीं अनियमितताओं की जांच करेगी।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप: पिछली सरकार निशाने पर
इस मामले पर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने पिछली कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस ने जल जीवन मिशन में ‘बहुत खेल’ किया है। मंत्री ने दावा किया कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद इस योजना की व्यवस्था में सुधार हुआ है।
वहीं, कांग्रेस ने मंत्री के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि भाजपा सरकार को बने डेढ़ साल से ज़्यादा समय हो चुका है। कांग्रेस ने भाजपा सरकार को पिछली सरकार को कोसना बंद कर, अब काम करना शुरू करने की सलाह दी है।
केंद्रीय टीम के इस दौरे से जल जीवन मिशन के तहत हुए कार्यों की वास्तविक स्थिति सामने आने और अनियमितताओं पर कार्रवाई होने की उम्मीद है।



