Bengaluru Stampede: RCB जीत के जश्न में 11 की मौत, CM सिद्धारमैया बोले- ‘महाकुंभ में भी तो लोग मरे थे’, सरकार और विपक्ष आमने-सामने
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है, वहीं कर्नाटक सरकार ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा...
05, June, 2025 | Bengaluru Stampede: बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर RCB की जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ ने अबतक 11 लोगों की जान ले ली है, जबकि 33 घायल विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है, वहीं कर्नाटक सरकार ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
जीत का जश्न बना मातम, स्टेडियम के बाहर बिखरे चप्पल-जूते चीख रहे भयावह मंजर
बुधवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम के गेट नंबर 6 पर उस वक्त भगदड़ मची थी जब IPL में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में फैंस स्टेडियम के बाहर इकट्ठा हुए थे। अस्पतालों में घायलों की भीड़ और स्टेडियम के बाहर बिखरे पड़े RCB फैंस के चप्पल-जूते इस भयावह भगदड़ की कहानी बयां कर रहे हैं। बॉरिंग अस्पताल में 6, वैदेही अस्पताल में 4 और मणीपाल अस्पताल में एक घायल ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
भगदड़ पर सियासत गरमाई: सीएम सिद्धारमैया का विवादित बयान
इस हादसे के बाद से ही सियासी घमासान शुरू हो गया है। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि भगदड़ के बाद भी सरकार खिलाड़ियों के साथ जश्न मनाती रही और उपमुख्यमंत्री सेल्फी लेने में व्यस्त रहे।
वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए घटना का ठीकरा सीधे तौर पर क्रिकेट एसोसिएशन पर फोड़ दिया। बीजेपी के सवालों पर पलटवार करते हुए सीएम सिद्धारमैया ने गुस्से में कहा, “ऐसी घटनाएं कई जगह हुईं, कुंभ मेले में भी तो 50-60 लोग मर गए। मैंने आलोचना नहीं की। न मैंने, न मेरी सरकार ने उस वक्त कोई टिप्पणी की। पार्टी ने क्या बोला मैं उस पर कुछ नहीं कहना चाहता हूं।”
सीएम ने हादसे की वजह बताते हुए कहा कि लोग स्टेडियम के गेट भी तोड़ दिए, जिसके कारण भगदड़ मच गई। उन्होंने स्वीकार किया कि इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद किसी को नहीं थी। “स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 लोगों की है, लेकिन लगभग 2 से 3 लाख लोग जमा हो गए थे। बेंगलुरु शहर में उपलब्ध पूरी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था।”
सरकार का ‘पल्ला झाड़ना’ और आईपीएल चेयरमैन का बयान
कर्नाटक सरकार ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है। हालांकि, 11 मौतों के बाद सबसे अहम सवाल यही उठ रहा है कि जीत के जश्न को मातम में बदलने का जिम्मेदार कौन? क्या RCB की जीत को भुनाने में कर्नाटक सरकार लोगों को बचाना भूल गई?
सीएम सिद्धारमैया ने भगदड़ का सीधा ठीकरा क्रिकेट एसोसिएशन पर फोड़ते हुए कहा, “ये प्रोग्राम क्रिकेट एसोसिएशन ने करवाया था। इसके बारे में हमें नहीं बताया गया। हमने सरकार की ओर से विधानसभा के सामने प्रोग्राम करवाया था, वहां तो कुछ नहीं हुआ। वहां का प्रोग्राम शांतिपूर्ण तरीके से पूरा हुआ, आगे का कार्यक्रम क्रिकेट स्टेडियम में होगा, ऐसा हमें नहीं पता था, मैं तो वहां गया भी नहीं।”
सरकार द्वारा स्टेडियम प्रबंधन को कठघरे में खड़ा किए जाने के बाद आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल सामने आए। उन्होंने कहा कि “आगे से इस तरह के आयोजन के लिए और बेहतर इंतजाम करने की कोशिश की जाएगी।”
बेंगलुरु में जीत के जश्न को मातम में बदलने के लिए सरकार भीड़ को जिम्मेदार बता रही है, तो विपक्ष कर्नाटक सरकार के इंतजामों पर सवाल उठा रहा है। हालांकि, हकीकत न्यायिक जांच के बाद ही सामने आएगी।



