Naxali Surrender: गढ़चिरौली में 12 हार्डकोर नक्सलियों का सरेंडर, CM फडणवीस बोले – अब नक्सलवाद की कमर टूट चुकी है
Naxali Surrender महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले में शुक्रवार को 12 कुख्यात नक्सलियों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी
07, June, 2025 | गढ़चिरौली। Naxali Surrender महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले में शुक्रवार को 12 कुख्यात नक्सलियों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में आत्मसमर्पण किया। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में से कई पर एक करोड़ रुपये से अधिक का इनाम था। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि राज्य में नक्सलवाद लगभग समाप्ति की कगार पर है, और बचे हुए उग्रवादियों को या तो आत्मसमर्पण करना होगा या फिर वे सख्त कार्रवाई का सामना करेंगे।
सीएम फडणवीस ने कहा – आत्मसमर्पण करें या कार्रवाई झेलने को तैयार रहें
गढ़चिरौली में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, “अब नक्सलवाद की कमर टूट चुकी है। जो कुछ उग्रवादी बचे हैं, वे या तो आत्मसमर्पण करें या फिर उन्हें गिरफ्तार कर खत्म कर दिया जाएगा। अगर वे आत्मसमर्पण करते हैं, तो राज्य सरकार की नीति के तहत उनका पुनर्वास किया जाएगा।” मुख्यमंत्री की मौजूदगी में नक्सलियों का आत्मसमर्पण, उनके अनुसार, अन्य माओवादियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि अब जंगल छोड़ कर मुख्यधारा से जुड़ना ही एकमात्र विकल्प है।
आत्मसमर्पण करने वालों को मिलेगा पुनर्वास
राज्य सरकार की ओर से नक्सल नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को पुनर्वास और सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अवसर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग अब देश और संविधान के प्रति वफादार रहकर एक नई शुरुआत करना चाहते हैं, और सरकार उनका पूरा सहयोग करेगी।
सामूहिक विवाह समारोह में पूर्व नक्सलियों ने रचाई शादी
कार्यक्रम के दौरान 13 पूर्व नक्सलियों का सामूहिक विवाह समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें उन्होंने वैवाहिक जीवन में प्रवेश कर एक नई शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने इस मौके को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, “जो लोग कभी जंगलों में हथियार लेकर लड़ रहे थे, वे आज नए जीवन की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। यह न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक है।”
छत्तीसगढ़ में लगातार कमजोर हो रहा है माओवादी नेटवर्क
गढ़चिरौली में हुए आत्मसमर्पण की यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। हाल ही में छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 40 लाख के इनामी नक्सली नरसिंह चालम उर्फ सुधाकर को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके अलावा 21 मई को माओवादी संगठन के महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू को भी बस्तर के नारायणपुर क्षेत्र में ढेर किया गया था।
दंडकारण्य क्षेत्र में माओवादियों की कमर टूटी
पुलिस के अनुसार, इन शीर्ष नेताओं की मौतों ने दंडकारण्य क्षेत्र में माओवादियों की ताकत को बुरी तरह से झकझोर दिया है। यह क्षेत्र महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के सीमावर्ती जंगलों में फैला हुआ है और लंबे समय से माओवादी गतिविधियों का गढ़ माना जाता रहा है।
गढ़चिरौली में हुए इस आत्मसमर्पण और छत्तीसगढ़ में माओवादी नेटवर्क पर हो रहे हमलों से स्पष्ट है कि सुरक्षा बलों और सरकार की संयुक्त रणनीति अब असर दिखा रही है। मुख्यमंत्री फडणवीस की सख्त चेतावनी के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में और भी नक्सली मुख्यधारा में लौटेंगे और इस हिंसक आंदोलन की समाप्ति की दिशा में एक ठोस कदम बढ़ेगा।



