Rajnandgaon News: राजनांदगांव में रेत माफियाओं का कहर, अवैध खनन का विरोध करने पर युवक को मारी गोली, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
Rajnandgaon News: राजनांदगांव जिले के मोहड़ गांव (वार्ड क्रमांक 49) में रेत माफियाओं का आतंक अब जानलेवा हमलों तक पहुंच गया है। बुधवार रात...

12, June, 2025 | Rajnandgaon News: राजनांदगांव जिले के मोहड़ गांव (वार्ड क्रमांक 49) में रेत माफियाओं का आतंक अब जानलेवा हमलों तक पहुंच गया है। बुधवार रात को अवैध रेत उत्खनन का विरोध कर रहे ग्रामीणों पर माफियाओं ने हमला कर दिया। इस हमले में एक युवक को गोली लग गई, जबकि दो अन्य ग्रामीणों के साथ मारपीट की गई। गोली युवक रोशन मंडावी के गले को छूती हुई निकल गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है, वहीं अन्य दो घायल ग्रामीणों का भी इलाज जारी है।
गांव में तनाव, पुलिस को ग्रामीणों ने घेरा
घटना के बाद पूरे मोहड़ गांव में आक्रोश फैल गया। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस वाहनों को रोक लिया और जमकर नारेबाजी की। लोगों ने मांग की कि रेत चोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और स्थिति को शांत करने की कोशिश की जा रही है।
लंबे समय से चल रहा था अवैध रेत खनन
स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक, मोहड़ के पास बहने वाली शिवनाथ नदी में पिछले कई महीनों से अवैध रूप से रेत का खनन किया जा रहा था। ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। बुधवार की रात जब कुछ माफिया रेत चोरी कर रहे थे, तब गांव के लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसी दौरान हमलावरों ने गोली चला दी, जिससे यह तनावपूर्ण घटना हुई।
पुलिस का बयान: जांच जारी, स्थिति नियंत्रण में लाने की कोशिश
एडिशनल एसपी राहुलदेव शर्मा ने कहा कि मोहड़ गांव में रेत खनन को लेकर विवाद की स्थिति है। गांव में तनाव जरूर है, लेकिन गोली चलने की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। उनका कहना है कि पुलिस मौके पर मौजूद है और स्थिति को सामान्य बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है। सभी पक्षों से जानकारी ली जा रही है और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
ग्रामीणों की मांग: रेत माफियाओं पर हो सख्त कार्रवाई
गांव के लोग रेत माफियाओं की बढ़ती दबंगई से परेशान हैं। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई की होती तो आज यह स्थिति न बनती। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि अवैध रेत खनन पर तत्काल रोक लगाई जाए और हमले के दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
यह घटना न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि यह भी बताती है कि किस तरह से रेत माफिया ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी दहशत फैला रहे हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस बार कितनी गंभीरता से कार्रवाई करता है।



