Bhupesh Baghel On Amit Shah Visit: अमित शाह का बहुप्रतीक्षित दौरा रद्द – सियासत गर्म, बघेल ने उठाए सवाल
Bhupesh Baghel On Amit Shah Visit: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बहुप्रतीक्षित नारायणपुर दौरा आखिरी वक्त पर अचानक रद्द हो गया। उनके अबूझमाड़ पहुंचने...

रायपुर। Bhupesh Baghel On Amit Shah Visit: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बहुप्रतीक्षित नारायणपुर दौरा आखिरी वक्त पर अचानक रद्द हो गया। उनके अबूझमाड़ पहुंचने की पूरी तैयारी हो चुकी थी, लेकिन शनिवार देर रात उनके कार्यक्रम रद्द होने की सूचना आई। इसके बाद से ही यह सवाल उठने लगे हैं कि आखिर ऐसी कौन सी वजह रही, जिससे शाह को दौरा स्थगित करना पड़ा।
पूरा था स्वागत का इंतज़ाम
नारायणपुर स्थित बीएसएफ कैंप इरकभट्टी में सुरक्षा से लेकर कार्यक्रम स्थल तक की व्यापक तैयारियाँ पूरी थीं। वन मंत्री केदार कश्यप दो दिन से क्षेत्र में डटे हुए थे और खुद व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे थे। नेल्लनार योजना के तहत विकसित गाँव में आदिवासी समुदाय ने अपने पारंपरिक अंदाज़ में गृहमंत्री का स्वागत करने की तैयारी कर ली थी।
संस्कृति, विकास और संवाद की थी योजना
दौरे के तहत अमित शाह को स्थानीय विकास कार्यों की जानकारी दी जानी थी। साथ ही आदिवासी संस्कृति, परंपराएं, और क्षेत्रीय समस्याओं पर स्थानीय ग्रामीणों के साथ संवाद भी तय था। लेकिन जब सारी तैयारियाँ मुकम्मल थीं, तो आखिर ऐसा क्या हुआ कि केंद्रीय गृहमंत्री कार्यक्रम में नहीं पहुंचे? इस पर अब सियासत भी गरमा गई है।
भूपेश बघेल का तंज
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने इसे शाह की नाराज़गी और असंतुष्टि से जोड़ते हुए कहा,
“शायद केंद्रीय गृह मंत्री अपने कार्यक्रम या सुरक्षा को लेकर संतुष्ट नहीं थे, इसलिए उन्होंने दौरा रद्द कर दिया। हमारे कार्यकाल में हम सुकमा तक गए थे और अंदरूनी इलाकों में जाकर जनसंवाद किया था।”
बघेल का यह बयान भाजपा सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़ा करता है।
विजय शर्मा ने दी सफाई
इस पर जवाब देते हुए छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने साफ किया कि,
“अमित शाह का नारायणपुर दौरा खराब मौसम के कारण रद्द हुआ है। किसी प्रकार की असंतुष्टि या प्रशासनिक चूक की बात नहीं है। वे रायपुर में ही नारायणपुर के जवानों से मुलाकात कर रहे हैं।”
क्या कहती है अंदरूनी रिपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक, खराब मौसम और हवाई मार्ग में व्यवधान के चलते यह निर्णय लिया गया। हालांकि राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज़ है कि दौरा रद्द होने के पीछे केवल मौसम नहीं, बल्कि आंतरिक व्यवस्थाओं को लेकर भी कुछ असहमति हो सकती है।
अबूझमाड़ का यह दौरा बेहद प्रतीकात्मक माना जा रहा था, जहां गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी से नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सरकार की मजबूत उपस्थिति का संदेश जाना था। ऐसे में दौरा रद्द होना राजनीतिक और प्रशासनिक दोनों दृष्टिकोणों से चर्चा का विषय बन गया है।