CG LIQUOR SCAM | अब झारखंड में फंसे ए.पी. त्रिपाठी! ACB का प्रोडक्शन वारंट जारी ..

रायपुर/रांची, 6 जुलाई 2025। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में आरोपी रहे पूर्व विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी की कानूनी मुश्किलें अब झारखंड तक पहुँच गई हैं। झारखंड एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने शनिवार को रांची के स्पेशल कोर्ट में उनका प्रोडक्शन वारंट दाखिल किया, जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया है।
अब जल्द ही झारखंड ACB की टीम उन्हें रांची ले जाकर पूछताछ करेगी। त्रिपाठी, जो छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में ईडी की जांच के तहत पहले से आरोपी हैं, अब झारखंड के कथित शराब घोटाले में भी आरोपी के रूप में सामने आ रहे हैं।
क्या है आरोप?
झारखंड ACB का दावा है कि निलंबित IAS अफसर विनय कुमार चौबे और ए.पी. त्रिपाठी ने मिलकर झारखंड में छत्तीसगढ़ मॉडल की तर्ज पर शराब घोटाले की साजिश रची। झारखंड में पहले ही 8 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और ACB को उम्मीद है कि त्रिपाठी से पूछताछ के बाद इस घोटाले से जुड़े और भी बड़े नाम सामने आएंगे।
झारखंड में लागू शराब नीति में त्रिपाठी की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं, जिसे छत्तीसगढ़ की नीति से प्रेरित बताया जा रहा है।
पूर्व में क्या रही है त्रिपाठी की भूमिका?
अरुणपति त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग में विशेष सचिव और CSMCL के एमडी रह चुके हैं। मूलतः इंडियन टेलीकॉम सर्विस के अधिकारी त्रिपाठी छत्तीसगढ़ में डेपुटेशन पर कार्यरत थे। ईडी ने उनके खिलाफ 5 अक्टूबर 2024 को पूरक अभियोजन दायर किया था।
वे 8 अगस्त 2024 से जेल में थे और कुछ माह पहले ही सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर रिहा हुए थे। अब झारखंड की कार्रवाई से उनकी मुश्किलें दोबारा बढ़ती नजर आ रही हैं।
शराब घोटाले में 2174 करोड़ की वसूली, 50 लाख मंथली कमीशन का खुलासा
छत्तीसगढ़ में 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में त्रिपाठी पर मंथली 50 लाख रुपए आबकारी कमिश्नर तक पहुंचाने का आरोप है। EOW की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंडिकेट से जुड़े अधिकारियों ने कुल 2174.60 करोड़ रुपए की अवैध वसूली की। 5 जुलाई 2025 को EOW कोर्ट में इस मामले में चार्जशीट पेश करने वाली है, जिसमें 23 से अधिक आबकारी अफसरों के नाम हैं।



