SANDHYA SAHU SUICIDE | ‘छत्तीसगढ़ की गोल्डन गर्ल’ संध्या साहू ने की आत्महत्या

SANDHYA SAHU SUICIDE | ‘Chhattisgarh’s Golden Girl’ Sandhya Sahu committed suicide
राजिम/छुरा। राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भारोत्तोलन में कई पदक जीत चुकीं ‘छुरा की गोल्डन गर्ल’ संध्या साहू ने सोमवार को आत्महत्या कर ली। छुरा नगर के आवासपारा क्षेत्र निवासी संध्या का शव उसके घर के किचन में फंदे से लटका हुआ मिला। उसकी उम्र लगभग 20 वर्ष थी और वह रायपुर के कचना धुरवा स्थित एक महाविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई कर रही थी।
स्थानीय लोगों के अनुसार, संध्या ने अब तक चार स्वर्ण पदक सहित कुल छह पदक जीतकर न सिर्फ क्षेत्र बल्कि पूरे राज्य का नाम रोशन किया था। बालोद, गरियाबंद, रायपुर, कोलकाता, बीकानेर और भुवनेश्वर जैसे आयोजनों में उसने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया था। पढ़ाई और खेल दोनों में उसका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा।
मां ने सबसे पहले देखा बेटी को फंदे पर
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, घटना के समय संध्या की मां स्नान कर रही थीं। जब वे नहाकर लौटीं तो उन्होंने बेटी को किचन में साड़ी के फंदे से लटका देखा। उन्होंने तत्काल शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के लोग पहुंचे और उसे फंदे से उतारा। परिजन उसे छुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कारण स्पष्ट नहीं, पुलिस कर रही जांच
आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मर्ग कायम कर लिया गया है। मौके पर पहुंची फारेंसिक टीम ने भी कुछ अहम साक्ष्य जब्त किए हैं। पुलिस का कहना है कि यह जांच का विषय है कि संध्या किसी मानसिक तनाव में थी या किसी अन्य कारण से उसने इतना गंभीर कदम उठाया।
क्षेत्र और खेल जगत में शोक की लहर
संध्या की असमय मौत से क्षेत्र में शोक की लहर है। शिक्षा और खेल जगत से जुड़े लोग स्तब्ध हैं। उसके पिता स्कूल बस चालक हैं और पूरे परिवार की उम्मीदें संध्या पर टिकी थीं। लोगों के मन में सवाल है कि इतनी होनहार और मेधावी छात्रा ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया?



