CG BREAKING | 10 साल बाद NSUI में संगठन चुनाव, छत्तीसगढ़ में अगस्त से खत्म होगी मनोनयन की परंपरा

रायपुर। भारतीय राष्ट्रीय छात्रसंघ (NSUI) ने अपनी संगठनात्मक प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करते हुए घोषणा की है कि अब किसी भी पद पर सीधी नियुक्ति या मनोनयन नहीं होगा। प्रदेश अध्यक्ष से लेकर जिला स्तर तक सभी पदाधिकारी लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव के माध्यम से चुने जाएंगे।
यह अहम फैसला शुक्रवार को हुई एक ऑनलाइन बैठक में लिया गया, जिसमें देशभर के 62 राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्यों ने भाग लिया।
10 साल बाद छत्तीसगढ़ में होंगे संगठन चुनाव –
छत्तीसगढ़ में NSUI के लिए यह बड़ा कदम है, क्योंकि 2014 के बाद पहली बार संगठन चुनाव होने जा रहे हैं। उस समय आकाश शर्मा प्रदेशाध्यक्ष चुने गए थे। वर्तमान प्रदेशाध्यक्ष नीरज पांडेय को मनोनयन के आधार पर नियुक्त किया गया था। अब नए फैसले के तहत प्रदेश महासचिव, सचिव, उपाध्यक्ष, जिलाध्यक्ष सहित सभी पदों पर चुनाव होंगे।
पहले सदस्यता, फिर मतदान –
एनएसयूआई के सदस्यों को ही मतदान का अधिकार होगा। चुनाव से पहले व्यापक सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। राष्ट्रीय सचिव हनी बग्गा को राष्ट्रीय संगठन प्रभारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में चुनाव प्रक्रिया अगले महीने से शुरू होगी।
कार्यकर्ताओं में उत्साह, थोक नियुक्तियों पर लगाम –
लंबे समय से कार्यकर्ताओं में यह असंतोष था कि एक ही पद पर कई लोगों की नियुक्ति कर दी जाती थी। माना जा रहा है कि चुनावी प्रक्रिया से पदों की गरिमा बढ़ेगी और जमीनी कार्यकर्ताओं का उत्साह लौटेगा।
लोकतांत्रिक प्रक्रिया की वापसी : राष्ट्रीय अध्यक्ष –
राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा “कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है और हमने अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष भी चुनाव से चुना है। अब NSUI में भी सभी पद चुनाव के जरिए ही तय होंगे।” उन्होंने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में यह प्रक्रिया अगस्त से शुरू होगी।




