VIDHANSABHA PATTIKA VIVAD | मोदी ने खोला विधानसभा, कांग्रेस भड़की – महंत का नाम क्यों गायब?

रायपुर, 2 नवंबर 2025। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25वें वर्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नवा रायपुर स्थित नए विधानसभा भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भव्य मूर्ति का अनावरण भी किया गया। करीब 324 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह आधुनिक भवन पूरी तरह पर्यावरण अनुकूल हैं, इसमें सूरज की रोशनी से बिजली चलाने और बारिश के पानी को संजोने की व्यवस्था की गई है।
लेकिन समारोह के बीच सियासत गरमा गई, जब शिलापट्ट पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत का नाम शामिल न किए जाने को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला। कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा “बीजेपी की मानसिकता संकुचित है। कांग्रेस की सरकार ने 2020 में जब इस भवन की नींव रखी थी, तब तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का नाम पट्टिका में दर्ज किया गया था, लेकिन अब भाजपा ने जानबूझकर चरणदास महंत का नाम हटाया है। यह उनकी छोटी सोच को दिखाता है।”
उपाध्याय ने यह भी कहा कि “नाम पट्टिका में दर्ज कराने के लिए कोई मरता नहीं, पर इस घटना से जनता खुद समझ सकती है कि भाजपा की राजनीति कितनी दुर्भावनापूर्ण है।”
वास्तव में, नए विधानसभा भवन के लोकार्पण शिलापट्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल रमेन डेका, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के नाम दर्ज हैं, लेकिन चरणदास महंत का नाम गायब है।
वहीं, 23 अगस्त 2020 को जब कांग्रेस सरकार के दौरान भूमि पूजन हुआ था, उस समय के शिलापट्ट में भूपेश बघेल, चरणदास महंत, ताम्रध्वज साहू, धरमलाल कौशिक, रविंद्र चौबे और मनोज मंडावी के नाम शामिल थे।
कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने सत्ता में आते ही विपक्ष को दरकिनार करने की परंपरा शुरू कर दी है, जबकि भाजपा नेताओं का कहना है कि यह कार्यक्रम केंद्र सरकार द्वारा आयोजित था, जिसमें नामों का चयन प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया।
राज्य की राजनीति में यह विवाद एक नया मोड़ ले चुका है और विधानसभा भवन के उद्घाटन के साथ ही राजनीतिक गलियारों में गरमागरमी बढ़ गई है।



