THAILAND CAMBODIA CEASEFIRE | थाईलैंड-कंबोडिया संघर्ष पर विराम, मलेशिया की मध्यस्थता से बनी शांति

नई दिल्ली। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर जारी घातक संघर्ष अब थमता नज़र आ रहा है। मलेशिया की मध्यस्थता के बाद दोनों देशों ने ‘तत्काल और बिना शर्त’ युद्धविराम पर सहमति जताई है।
मलेशिया की पहल बनी सहमति की कुंजी
मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के पुत्राजया स्थित आवास पर हुई बैठक में कंबोडियाई प्रधानमंत्री हुन मानेट और थाई कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायाचाई ने भाग लिया। इस वार्ता में अमेरिका और चीन के राजदूत भी मौजूद रहे।
क्यों भड़की झड़पें?
24 जुलाई से शुरू हुए इस संघर्ष में थाईलैंड ने कंबोडिया के ठिकानों पर एफ-16 विमान से बमबारी की, जिसके जवाब में दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई। अब तक 35 लोग मारे गए और 2,60,000 से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं।
विवाद की जड़ क्या है?
दशकों पुराना यह विवाद 817 किमी लंबी ज़मीनी सीमा के अनिर्धारित बिंदुओं और प्राचीन हिंदू मंदिर क्षेत्रों (ता मोआन थॉम और प्रीह विहियर) के स्वामित्व को लेकर है।
1962 में इंटरनेशनल कोर्ट ने प्रीह विहियर को कंबोडिया को सौंपा था, लेकिन 2008 में जब कंबोडिया ने इसे यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज घोषित करने की कोशिश की, तब से तनाव बढ़ गया।
अब आगे क्या?
कंबोडिया ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से थाई आक्रामकता की निंदा की मांग की है, जबकि थाईलैंड द्विपक्षीय समाधान पर जोर दे रहा है।
यह सीजफायर अस्थायी राहत जरूर है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए राजनयिक संतुलन बेहद जरूरी होगा।



