CG JOURNALIST KILLED CASE | पत्रकार की हत्या, आरोपी PWD अफसर 24 घंटे में रिहा – न्याय व्यवस्था पर उठे सवाल

बीजापुर, 31 जुलाई 2025. पत्रकार मुकेश चंद्राकर की सनसनीखेज हत्या मामले में गिरफ्तार किए गए लोक निर्माण विभाग (PWD) के पांच अधिकारियों को कोर्ट से तुरंत जमानत मिल गई। गिरफ्तारी के 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए थे कि दंतेवाड़ा न्यायालय ने सभी को रिहा कर दिया, जिससे पत्रकार समुदाय और जनता में गहरा आक्रोश फैल गया है।
भ्रष्टाचार उजागर करने की कीमत चुकाई जान देकर –
पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने गंगालूर से नेलसनार तक सड़क निर्माण कार्य में बड़े पैमाने पर हो रहे भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। यह मामला सामने आते ही PWD विभाग के कई अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठे थे। 1 जनवरी को पत्रकार की हत्या कर दी गई और 3 जनवरी को उसका शव एक सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ। हत्या का आरोप ठेकेदार सुरेश चंद्राकर और उसके गुर्गों पर है, जिन्होंने पत्रकार को रास्ते से हटाने के लिए साजिश रची।
पुलिस की कार्रवाई अधूरी, न्याय अधर में –
इस मामले में दो EE, एक SDO और एक इंजीनियर सहित पांच अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन सभी को जल्द ही जमानत मिल गई। पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि यह न्याय प्रक्रिया के प्रति लोगों का भरोसा तोड़ने वाला कदम है।
जांच और न्याय की मांग –
पत्रकार संगठनों ने इस मामले में CBI जांच की मांग की है और पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की आवाज बुलंद की है। बीजापुर के पत्रकार संघ ने चेतावनी दी है कि अगर दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा।



