BJP POLITICS BREAKING | छत्तीसगढ़ में फिर टला मंत्रिमंडल विस्तार ?

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बार फिर से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है। भाजपा, जिसे अनुशासित पार्टी माना जाता है, इस बार बार-बार कैबिनेट विस्तार टालने को लेकर चर्चा में है। पहले दो बार विस्तार टला और अब तीसरी बार भी 18 अगस्त की तारीख पर रोक लगा दी गई।
सूत्रों के अनुसार, कल शाम तक तीन नामों का लगभग ऐलान हो चुका था – गजेंद्र यादव, खुशवंत साहेब और राजेश अग्रवाल। गजेंद्र यादव का नाम शुरू से निर्विवाद माना जा रहा था, लेकिन खुशवंत साहेब और राजेश अग्रवाल का नाम अचानक जुड़ने से राजनीतिक हलकों में हैरानी फैल गई।
बताया जा रहा है कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भेजी गई सूची में खुशवंत साहेब और संपत अग्रवाल का नाम शामिल था। लेकिन अंबिकापुर के राजेश अग्रवाल का नाम अचानक सामने आया। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि उनका नाम एक बड़े औद्योगिक घराने के दबाव में बढ़ाया गया। हालांकि सवाल यह भी है कि सरगुजा से पहले से ही मुख्यमंत्री समेत तीन मंत्री हैं, ऐसे में पहली बार विधायक बने राजेश अग्रवाल को मौका क्यों दिया जा रहा है। उनका एकमात्र प्लस यह है कि उन्होंने उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को 90 वोटों से हराया था।
तीन नाम वायरल होने के बाद देर रात स्थिति बदली और मंत्रिमंडल विस्तार स्थगित कर दिया गया। अब साफ हो गया है कि 18 अगस्त को सुबह 11 बजे होने वाला शपथग्रहण टल गया है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, तीन में से दो नामों को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। हालांकि, इस बार अगर शपथ ग्रहण टल गया तो पार्टी की छवि पर असर पड़ेगा और संदेश जाएगा कि बिना होमवर्क के फैसले लिए जा रहे हैं। इसलिए संभावना है कि भले केवल गजेंद्र यादव ही क्यों न हों, शपथग्रहण राजभवन में जरूर होगा। अगर आखिरी समय तक सहमति बन गई तो बाकी नाम भी शामिल हो सकते हैं।
इससे पहले दो बार कैबिनेट विस्तार टल चुका है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कल ही राज्यपाल से मिल चुके हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के 21 अगस्त को जापान दौरे पर रवाना होने से पहले मंत्रिमंडल विस्तार हर हाल में किया जाएगा।



