AYUSHMAN BHARAT | 250 करोड़ अटका, IMA ने दी चेतावनी, बंद हो सकती हैं आयुष्मान योजना की सेवाएं!

बिलासपुर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने आयुष्मान भारत योजना के भुगतान और प्रक्रिया में लगातार हो रही अनियमितताओं पर कड़ा रुख अपनाया है। IMA सीजी स्टेट और हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया ने स्पष्ट किया है कि यदि लंबित भुगतान और व्यवस्था संबंधी दिक्कतें दूर नहीं की गईं तो प्रदेश के निजी अस्पतालों में योजना की सेवाएं बाधित हो सकती हैं।
IMA का कहना है कि राज्य में वार्षिक राशि करीब 1500 करोड़ आवंटित की गई थी, जो अब बढ़कर लगभग 3000 करोड़ तक पहुंच गई है। इसके बावजूद अस्पतालों को समय पर भुगतान नहीं मिल रहा है। वर्तमान में 250 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान अटका हुआ है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।

संस्था ने आरोप लगाया कि तय समयसीमा में 7-8 महीने बीत जाने के बाद भी भुगतान नहीं हो रहा। साथ ही TPA (थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर) की लापरवाही से भी व्यवस्थाएं बिगड़ रही हैं। MoU में तय 1% से अधिक भुगतान रोकना नियम के खिलाफ है, लेकिन अस्पतालों को अनावश्यक परेशान किया जा रहा है।
IMA और हॉस्पिटल बोर्ड ने 19 अगस्त को बैठक कर तय किया कि 31 अगस्त तक लंबित भुगतान नहीं होने पर कड़े निर्णय लिए जाएंगे। साथ ही राज्य सरकार से संवाद कर आगे की रणनीति बनाने की भी बात कही गई है।
IMA ने साफ कहा कि योजना का मूल उद्देश्य मरीजों को लाभ पहुंचाना है, लेकिन यदि समय पर अस्पतालों को भुगतान नहीं मिला तो गंभीर परिणाम होंगे। संस्था ने सभी अस्पतालों से कहा है कि वे अपने-अपने लंबित भुगतान का ब्यौरा IMA को तत्काल उपलब्ध कराएं ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।



