CG DMF SCAM | डीएमएफ घोटाला फूटा! 2 पूर्व सहायक आयुक्त और क्लर्क पर FIR की तैयारी

दंतेवाड़ा, 24 अगस्त 2025। जिले का आदिवासी विकास विभाग एक बार फिर विवादों में आ गया है। साल 2021 से 2025 के बीच जिला खनिज निधि (DMF) मद से हुए कार्यों में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। कलेक्टर के निर्देश पर गठित जांच कमेटी ने निविदा प्रक्रिया में गंभीर गड़बड़ी और कूट रचित दस्तावेजों के इस्तेमाल का खुलासा किया है।
इस मामले में विभाग के दो पूर्व सहायक आयुक्त डॉ. आनंदजी सिंह और केएस मसराम तथा क्लर्क संजय कोडोपी पर कार्रवाई की तैयारी है। वर्तमान सहायक आयुक्त राजीव नाग ने कलेक्टर के निर्देश पर सिटी कोतवाली में आवेदन पेश किया है, जिसके आधार पर जल्द ही आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर क्लर्क संजय कोडोपी को निलंबित कर दिया गया है।
प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, तीनों अधिकारियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की पूरी तैयारी है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार और गड़बड़ी के मामलों में सख्त कार्रवाई होगी।
गौरतलब है कि पूर्व सहायक आयुक्त डॉ. आनंदजी सिंह पहले भी विवादों में रह चुके हैं। उनके खिलाफ गीदम थाने में बलात्कार का मामला दर्ज हुआ था, जिसमें फिलहाल कोर्ट से राहत मिली है। अब नए मामले ने उनके खिलाफ कानूनी शिकंजे को और कस दिया है।
दंतेवाड़ा के इस मामले ने एक बार फिर सरकारी विभागों की पारदर्शिता और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि पुलिस जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कितनी तेजी से कार्रवाई होती है और कितना बड़ा घोटाला इसमें सामने आता है।



