CG STRIKE | 25 दिन से हड़ताल पर NHM कर्मचारी, अस्पतालों में इलाज ठप – मरीज भटकने मजबूर

रायपुर, 13 सितंबर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के संविदा कर्मचारी लगातार 25वें दिन भी हड़ताल पर डटे हुए हैं। कर्मचारियों ने 18 अगस्त से अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन शुरू किया था। उनकी प्रमुख मांगों में सेवा का नियमितीकरण, वेतनवृद्धि, भत्तों में बढ़ोतरी और कार्य परिस्थितियों में सुधार शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्री की अपील
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार कर्मचारियों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है। उन्होंने अपील करते हुए कहा, “ज्यादातर मांगें मान ली गई हैं और शेष बिंदुओं पर भी गंभीरता से विचार हो रहा है। कर्मचारियों को अब जनता की सेवा में लौटना चाहिए।”
सरकार के कदम
भाजपा सरकार ने कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाई है। समिति ने कर्मचारियों की 10 में से 5 प्रमुख मांगों पर सहमति जताई है, जिनमें वेतन संरचना में सुधार, मातृत्व व पितृत्व अवकाश और कार्यस्थल सुरक्षा शामिल हैं। इन पर लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
कर्मचारियों का रुख
NHM कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगों पर लिखित आदेश जारी नहीं होते, वे आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे। एक कर्मचारी नेता ने कहा, “कई बार आश्वासन मिला है, लेकिन आदेश नहीं। इस बार बिना लिखित आदेश हम पीछे नहीं हटेंगे।”
स्वास्थ्य सेवाओं पर असर
लगातार हड़ताल के चलते राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। टीकाकरण, मातृ-शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम और नियमित जांचें प्रभावित हुई हैं। मरीजों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है, जिससे आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।
सरकार ने दोहराया है कि आंदोलन से सबसे ज्यादा नुकसान जनता को हो रहा है और कर्मचारियों को जल्द से जल्द काम पर लौटना चाहिए।



