RSS 100 YEARS | CJI की मां कमलाताई गवई RSS मंच पर मुख्य अतिथि, मचा सियासी घमासान

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर आयोजित होने वाले शताब्दी विजयादशमी समारोह को लेकर नया विवाद खड़ा हो सकता है। कार्यक्रम में भारत के मुख्य न्यायाधीश भूषण गवई की मां और दिवंगत पूर्व राज्यपाल आर.एस. गवई की पत्नी कमलाताई गवई मुख्य अतिथि होंगी।
नागपुर से अमरावती तक जश्न
2 अक्टूबर को नागपुर में शताब्दी समारोह का मुख्य कार्यक्रम होगा, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि रहेंगे।
5 अक्टूबर को अमरावती में होने वाले विजयादशमी कार्यक्रम में कमलाताई गवई मुख्य अतिथि होंगी।
मैदान की सीमाओं के चलते समारोह देशभर के विभिन्न स्थानों पर शोभायात्राओं और शाखा स्तर पर भी मनाया जाएगा।
गवई परिवार की पृष्ठभूमि
दिवंगत आर.एस. गवई नागपुर स्थित दीक्षाभूमि स्मारक समिति के अध्यक्ष रह चुके हैं।
इसी समिति ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक (दीक्षाभूमि) का निर्माण कराया था।
वर्तमान में उनके पुत्र राजेंद्र गवई समिति के सदस्य हैं।
यही वजह है कि इस परिवार की सदस्य कमलाताई गवई का RSS मंच पर जाना बहस का विषय बन गया है।
दीक्षाभूमि और विजयादशमी का महत्व
14 अक्टूबर 1956 को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने दीक्षाभूमि पर लाखों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी।
वह दिन विजयादशमी का था और तब से हर साल देशभर से लाखों श्रद्धालु नागपुर पहुंचते हैं।
दूसरी ओर, RSS भी उसी दिन विजयादशमी पर अपना स्थापना दिवस मनाता है।
ऐसे में आंबेडकरवादी विचारधारा से जुड़े गवई परिवार की सदस्य का RSS समारोह में मुख्य अतिथि बनना, राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का बड़ा मुद्दा बन गया है।



