CG BREAKING | छत्तीसगढ़ में शिक्षा सुधार की बड़ी पहल, अपनाया जाएगा गुजरात मॉडल

रायपुर, 17 सितंबर 2025। छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था में व्यापक बदलाव होने जा रहा है। राज्य में अब गुजरात के शिक्षा मॉडल को अपनाने की तैयारी है। गुजरात के शैक्षिक संस्थानों का दौरा कर लौटे प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने इस दिशा में बड़े सुधारों के संकेत दिए हैं।
मंत्री यादव ने बताया कि नई शिक्षा नीति (NEP) के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विज़न है कि शिक्षा को अंतरिक्ष ज्ञान और तकनीक से जोड़ा जाए, और गुजरात इसका जीवंत उदाहरण है।
गुजरात दौरे से मिले अनुभव
यादव ने गांधीनगर स्थित विद्या समीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया, जहां स्कूलों के प्रदर्शन, बच्चों की उपस्थिति और सीखने की गुणवत्ता को डिजिटल तरीके से मॉनिटर किया जाता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी इस तरह की प्रणाली लागू करने की योजना है ताकि शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जा सके।
उन्होंने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में 11 जगहों पर नालंदा परिसर बनाने की योजना है। इन परिसरों का उद्देश्य शिक्षकों का प्रशिक्षण, नई तकनीकों का प्रयोग और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना होगा।
मॉडल स्कूल और स्मार्ट क्लास की योजना
यादव ने कहा कि लक्ष्य केवल मॉडल स्कूल बनाने का नहीं, बल्कि सभी स्कूलों को बेहतर बनाने का है। पहले ही सत्र में 1000 से ज्यादा स्कूलों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा चुका है, जिनमें ई-लर्निंग, कंप्यूटर आधारित शिक्षा और डिजिटल सिस्टम जोड़ा गया है।
गुजरात में सैटेलाइट सिस्टम के जरिए कक्षाओं में चैनल चलाए जा रहे हैं, जिससे बच्चे सीधे राज्य स्तरीय शिक्षकों और विशेषज्ञों से सीख सकते हैं। मंत्री ने कहा कि इस मॉडल को छत्तीसगढ़ में भी लागू करने की योजना है।
भविष्य की दिशा
शिक्षा मंत्रालय जल्द ही शिक्षकों और छात्रों के लिए एक केंद्रीकृत डिजिटल डैशबोर्ड तैयार करेगा, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता की वास्तविक समय में निगरानी की जा सकेगी। यादव ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में तकनीक के सहारे छत्तीसगढ़ की शिक्षा प्रणाली और अधिक आधुनिक, पारदर्शी और सुलभ होगी।



