CG CYBER CRIME | साइबर ठगों ने उड़ाए 8.70 लाख, बैंक मैनेजर भी हुए गुमराह

रायपुर, 22 सितंबर 2025। राजधानी रायपुर में साइबर ठगों ने हाई-प्रोफाइल कारोबारी सुबोध सिंघानिया का नाम इस्तेमाल कर बड़ा खेल किया। ठगों ने खुद को कारोबारी बताकर बैंक की असिस्टेंट मैनेजर को गुमराह किया और उनके खाते से 8 लाख 70 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए।
ऐसे बनी ठगी की कहानी
मामला आमानाका थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, इंडियन ओवरसीज बैंक की असिस्टेंट मैनेजर अमकी मुर्मू को एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को कारोबारी सुबोध सिंघानिया बताते हुए कहा कि बैंक उनके काम में लापरवाही कर रहा है। तत्काल भुगतान करने का दबाव डालते हुए ठग ने वॉट्सऐप पर कंपनी का फर्जी लेटर हेड भेजा, जिसमें एक खाते में पैसे ट्रांसफर करने के निर्देश दिए गए थे।
असिस्टेंट मैनेजर ने बिना पुष्टि किए आरटीजीएस के जरिए 8.70 लाख रुपए अवतार सिंह नामक व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कर दिए। थोड़ी देर बाद ठगों ने और खातों में रकम भेजने के लिए कहा और कंपनी की अन्य बैंकिंग जानकारी भी मांगी।
शक हुआ तो खुला राज
ट्रांसफर के बाद असिस्टेंट मैनेजर को संदेह हुआ और उन्होंने कारोबारी की पत्नी से चर्चा की। तभी ठगी का खुलासा हुआ। तुरंत शाखा ने रकम रोकने की रिक्वेस्ट की, लेकिन तब तक पैसा कोलकाता स्थित बैंक ऑफ इंडिया खाते में ट्रांसफर हो चुका था।
जांच में जुटी पुलिस
एएसपी दौलतराम पोर्ते ने मामले की पुष्टि की है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि ठगों ने रकम कोलकाता के महिंद्रा बैंक के खातों में शिफ्ट की।
रायपुर में नया नहीं है साइबर फ्रॉड
राजधानी में इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल के बेटे नितिन अग्रवाल के खाते से इसी पैटर्न पर 58 लाख रुपए साइबर ठगों ने उड़ाए थे। वह केस अभी भी जांच के अधीन है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध कॉल या वॉट्सऐप मैसेज पर बिना पुष्टि किए बैंकिंग लेन-देन न करें।



