RBI MPC MEETING 2025 | RBI ने रेपो रेट स्थिर रखा, GDP अनुमान बढ़ा 6.8%

नई दिल्ली, 1 अक्टूबर 2025। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के नतीजे सामने आ गए हैं। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने ऐलान किया कि रेपो रेट में इस बार भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। यानी आपके होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई पर कोई असर नहीं होगा। अगस्त की तरह अक्टूबर में भी रेपो रेट को 5.5% पर स्थिर रखा गया है।
हालांकि, आरबीआई ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ी राहत और खुशखबरी दी है। केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष (FY26) के लिए GDP ग्रोथ अनुमान को 6.5% से बढ़ाकर 6.8% कर दिया है।
RBI के बड़े फैसले
रेपो रेट: 5.50% (यथावत)
SDF रेट: 5.25% (कोई बदलाव नहीं)
MSF रेट: 5.75% (बरकरार)
GDP ग्रोथ अनुमान: 6.8% (पहले 6.5%)
2025 में चौथी बैठक, लगातार चौथी राहत
इस साल आरबीआई अब तक तीन बार रेपो रेट कटौती कर चुका है। फरवरी, अप्रैल और जून की बैठकों में कुल 100 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई थी, जिससे रेपो रेट 6.50% से घटकर 5.50% पर आ गया।
लेकिन इस बार 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की उम्मीदों के बावजूद RBI ने ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला किया।
क्यों बढ़ा GDP अनुमान?
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था घरेलू डिमांड, बढ़ते निवेश और स्थिर माहौल के कारण मजबूत बनी हुई है। पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ शानदार रही और यही वजह है कि अनुमान को 6.8% तक अपग्रेड किया गया है।
रेपो रेट से जुड़ा आपका फायदा-नुकसान
रेपो रेट घटेगा तो बैंकों को सस्ता लोन मिलेगा और वे होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन पर ब्याज दरें घटाएंगे।
रेपो रेट बढ़ेगा तो आपकी ईएमआई महंगी हो जाएगी।
फिलहाल स्थिर रहने से आपकी ईएमआई में कोई बदलाव नहीं होगा।



