CG BREAKING | राज्य स्थापना दिवस पर छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में होगा भव्य राज्योत्सव, मंत्री, सांसद और विधायक होंगे मुख्य अतिथि

रायपुर, 29 अक्टूबर 2025। छत्तीसगढ़ के राज्य स्थापना दिवस 2025 के अवसर पर इस बार प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में भव्य राज्योत्सव कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में राज्य के मंत्री, सांसद और विधायक मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। राज्य शासन ने प्रत्येक जिले के लिए मुख्य अतिथियों की सूची जारी कर दी है।
जारी सूची के अनुसार —
• राजनांदगांव में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह,
• सरगुजा में कृषि मंत्री रामविचार नेताम,
• बिलासपुर में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू,
• बस्तर में उप मुख्यमंत्री अरुण साव,
• और दुर्ग में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा मुख्य अतिथि होंगे।
इसके साथ ही —
• गरियाबंद में मंत्री दयालदास बघेल,
• दंतेवाड़ा में मंत्री केदार कश्यप,
• कोरबा में मंत्री लखन लाल देवांगन,
• जशपुर में मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल,
• रायगढ़ में मंत्री ओ.पी. चौधरी,
• सूरजपुर में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े,
• जांजगीर-चांपा में मंत्री टंकराम वर्मा,
• बालोद में मंत्री गजेन्द्र यादव,
• कोरिया में मंत्री राजेश अग्रवाल,
• और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में मंत्री गुरू खुशवंत साहेब मुख्य अतिथि रहेंगे।
सांसदों को भी कई जिलों में मुख्य अतिथि की जिम्मेदारी दी गई है —
• बलौदाबाजार-भाटापारा में सांसद बृजमोहन अग्रवाल,
• बेमेतरा में विजय बघेल,
• कबीरधाम में संतोष पांडेय,
• बलरामपुर-रामानुजगंज में चिंतामणी महाराज,
• महासमुंद में रूपकुमारी चौधरी,
• सारंगढ़-बिलाईगढ़ में राधेश्याम राठिया,
• सक्ति में कमलेश जांगड़े,
• बीजापुर में महेश कश्यप,
• कांकेर में भोजराज नाग,
• और खैरागढ़-गंडई-छुईखदान में देवेन्द्र प्रताप सिंह शामिल होंगे।
वहीं विधायकों को भी कई जिलों में मुख्य अतिथि बनाया गया है —
• मुंगेली में पुन्नू लाल मोहले,
• गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में धरमलाल कौशिक,
• धमतरी में अजय चंद्राकर,
• मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में रेणुका सिंह,
• कोंडागांव में लता उसेंडी,
• नारायणपुर में विक्रम उसेंडी,
• और सुकमा में किरण देव मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सभी जिलों में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, लोकनृत्य, हस्तशिल्प प्रदर्शनी, स्थानीय उत्पादों की झांकियाँ और विकासपरक योजनाओं से संबंधित स्टॉल लगाए जाएंगे। शासन का उद्देश्य इन कार्यक्रमों के माध्यम से छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा, विकास और एकता का संदेश पूरे प्रदेश में प्रसारित करना है।



