RAMNAMI MOR MUKUT | पीएम मोदी ने पहना रामनामी समाज का मोर मुकुट

रायपुर, 2 नवंबर 2025। छत्तीसगढ़ के राज्य स्थापना दिवस के रजत महोत्सव समारोह में एक भावनात्मक और ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला। रायपुर के विज्ञान महाविद्यालय मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के चंदलीडीह गांव से आए रामनामी समाज के प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पारंपरिक मोर मुकुट पहनाने का आग्रह किया। यह दृश्य न केवल सांस्कृतिक सम्मान का प्रतीक बना, बल्कि छत्तीसगढ़ की परंपराओं के प्रति प्रधानमंत्री के स्नेह को भी उजागर कर गया।
कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा कारणों से समाज के लोगों को मंच पर मोर मुकुट ले जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। लेकिन जब प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने स्वयं आगे बढ़कर अधिकारियों से मुकुट मंगवाने को कहा और पूरे आदर के साथ मोर मुकुट अपने सिर पर धारण किया। यह क्षण जैसे ही मंच पर आया, पूरे सभागार में तालियों की गूंज फैल गई और सोशल मीडिया पर भी इस दृश्य का वीडियो तेजी से वायरल होने लगा।
इस अवसर पर रामनामी समाज की अध्यक्ष सेतबाई रामनामी और महासचिव गुलाराम रामनामी ने प्रधानमंत्री से भेंट की। उन्होंने कहा कि यह समाज के लिए “गर्व और खुशी का क्षण” है। गुलाराम रामनामी ने बताया कि पिछली बार लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री की शक्ति यात्रा के समय समाज ने उनसे वचन लिया था कि जब वे पुनः प्रधानमंत्री बनेंगे और छत्तीसगढ़ आएंगे, तो उनका स्वागत मोर मुकुट से किया जाएगा और इस बार उस वचन को पूरा किया गया।
रामनामी समाज का भगवान श्रीराम के प्रति अनन्य भक्ति भाव रहा है। समाज के सदस्यों ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण का सपना प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में साकार हुआ, जो उनके लिए आस्था और गर्व का विषय है।
रजत महोत्सव के मंच पर हुआ यह सांस्कृतिक और आत्मीय क्षण छत्तीसगढ़ की परंपरा, आस्था और सम्मान की भावना को नई ऊंचाई देता है और यह दृश्य राज्य के इतिहास में सदा याद रखा जाएगा।



