INDIA GATE PROTEST | इंडिया गेट प्रदर्शन में हिडमा के नारे, दिल्ली में ‘शहरी नक्सल’ विवाद भड़का

नई दिल्ली। वायु प्रदूषण के खिलाफ इंडिया गेट पर आयोजित प्रदर्शन उस समय विवादों में घिर गया जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने अचानक कुख्यात माओवादी कमांडर माडवी हिडमा के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिए और उसके पोस्टर लहराने लगे। दिल्ली की सड़कों पर एयर-पॉल्यूशन के नाम पर जुटी भीड़ द्वारा नक्सली हिंसा के चेहरे का महिमामंडन करने पर सवाल उठने लगे हैं।
बीजेपी ने इसे ‘शहरी नक्सलवाद’ का एजेंडा बताया –
इस घटना पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने प्रदर्शनकारियों को ‘बदमाश एक्टिविस्ट’ करार देते हुए कहा कि एक तरफ वे दिल्ली की हवा को लेकर चिंता जता रहे थे, दूसरी तरफ ऐसे आतंकी का गुणगान कर रहे थे जिसने सालों तक सुरक्षा बलों को निशाना बनाया।
मालवीय ने यह भी बताया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों पर मिर्ची स्प्रे तक छिड़क दिया। उन्होंने पंजाब को भी दिल्ली की खराब हवा के लिए जिम्मेदार ठहराया।
कौन था माडवी हिडमा?
छत्तीसगढ़ का कुख्यात माओवादी कमांडर माडवी हिडमा, जिस पर एक करोड़ रुपये से अधिक का इनाम था, 18 नवंबर को छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश सीमा पर सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में अपनी पत्नी सहित मारा गया था। इस मुठभेड़ में कुल 6 नक्सलियों के शव बरामद हुए थे।
माओवादी संगठन का नया ऐलान –
इस विवाद के बीच माओवादी संगठन ने भी अपनी गतिविधियों को तेज करने का संकेत दिया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की सेंट्रल मिलिट्री कमीशन ने पहली बार 17 पेज की बुकलेट जारी कर 2 से 8 दिसंबर तक पीएलजीए (PLGA) की 25वीं वर्षगांठ पर देशभर में ‘क्रांतिकारी उत्सव’ मनाने की घोषणा की है।
बुकलेट में उन्होंने पिछले 11 महीनों में ‘ऑपरेशन कगार’ के तहत अपने 320 कैडरों के मारे जाने को भी स्वीकार किया है।



