VANDE MATARAM | संसद में ‘वंदे मातरम’ पर 10 घंटे की विशेष चर्चा

नई दिल्ली, 1 दिसंबर 2025. राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में संसद के शीतकालीन सत्र (Winter Session) में एक विशेष चर्चा आयोजित की जाएगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने इसके लिए 10 घंटे की विस्तृत चर्चा को मंजूरी दी है। इसमें स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इस ऐतिहासिक गीत के सांस्कृतिक और प्रेरक महत्व पर विचार होगा।
पीएम मोदी विशेष चर्चा में होंगे शामिल
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा 30 नवंबर को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में प्रस्ताव पर सहमति बनी। एनडीए सांसदों ने राज्यसभा में भी इस विषय पर चर्चा की मांग की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस विशेष चर्चा का हिस्सा होंगे।
देशभर में सालभर चलेंगे कार्यक्रम
वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर 7 नवंबर 2025 से 7 नवंबर 2026 तक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। 7 नवंबर को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री ने:
स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी किया
vandemataram150.in पोर्टल लॉन्च किया, जहाँ लोग राष्ट्रगीत गाते हुए अपनी वीडियो अपलोड कर प्रमाण-पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
150 साल पुरानी रचना जिसने आज़ादी की लौ जगाई
‘वंदे मातरम’ वर्ष 1875 में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा उनके उपन्यास आनंद मठ में लिखा गया था। यह गीत स्वतंत्रता संग्राम के दौरान क्रांतिकारियों की पहचान बन गया।
इसे पहली बार 1896 के कांग्रेस अधिवेशन में गाया गया
संविधान लागू होने के बाद 24 जनवरी 1950 को इसे राष्ट्रगीत का दर्जा मिला
यह विशेष चर्चा राष्ट्रगीत के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय महत्व को और अधिक व्यापक रूप से समझने का अवसर प्रदान करेगी।



