CG VIDHANSABHA | विजन 2047 पर सदन में तकरार, चंद्राकर–जायसवाल आमने-सामने …

रायपुर, 14 दिसंबर 2025। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र रविवार से शुरू हो गया। नवा रायपुर में बने नए विधानसभा भवन में आयोजित इस पहले सत्र के पहले ही दिन सदन में तीखी नोकझोंक देखने को मिली। कार्यवाही की शुरुआत वित्त मंत्री ओपी चौधरी द्वारा ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर चर्चा से हुई, जिस पर भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने कई सवाल खड़े कर दिए।
विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा के दौरान अजय चंद्राकर और मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के बीच बहस तेज हो गई। मंत्री जायसवाल द्वारा आपत्ति जताए जाने पर चंद्राकर ने पलटवार करते हुए कहा, “मुझे सदन का नियम मत सिखाइए।” इस टिप्पणी के बाद सदन में कुछ देर के लिए माहौल गरमा गया।
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ में बना एल्युमिनियम चंद्रयान और मंगलयान जैसे मिशनों में उपयोग हुआ है। इसके अलावा तेजस फाइटर जेट से लेकर कई रॉकेटों और देशभर की रेल पटरियों में छत्तीसगढ़ का योगदान रहा है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह से सदन में प्रोजेक्टर लगाने की मांग भी की, ताकि ऑडियो-वीडियो और ग्राफ के जरिए बेहतर प्रस्तुति दी जा सके।
इसके बाद चर्चा के लिए आमंत्रित विधायक अजय चंद्राकर ने ‘नवा अंजोर विजन 2047’ पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें गरीबी उन्मूलन, महिला सशक्तिकरण और कानून-व्यवस्था जैसे अहम मुद्दों को नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि नीतियां तभी प्रभावी होती हैं जब उनका असर जमीन पर दिखाई दे।
चंद्राकर ने रोजगार की परिभाषा को लेकर भी सरकार को घेरा और कहा कि पिछले पांच साल में यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि रोजगार को लेकर सरकार की स्पष्ट नीति क्या है। कृषि क्षेत्र पर बोलते हुए उन्होंने सिंचाई के आंकड़ों में गिरावट पर सवाल उठाए और पूछा कि अरबों रुपये खर्च होने के बावजूद सिंचाई का प्रतिशत कम कैसे हुआ।
गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र 17 दिसंबर तक चलेगा। पहले दिन कांग्रेस ने सत्र का बहिष्कार किया, जबकि भाजपा विधायकों ने विजन 2047 पर चर्चा के जरिए सत्र की शुरुआत की। सदन के पहले ही दिन हुई तीखी बहस से आने वाले दिनों में सत्र के और हंगामेदार रहने के संकेत मिल रहे हैं।



