CG PRINCIPAL JOINING | ज्वाइनिंग नहीं देने वाले प्राचार्यों पर DPI का शिकंजा, 3 दिन में रिपोर्ट तलब

रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्राचार्य पदोन्नति के बाद अब ज्वाइनिंग को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। काउंसलिंग के जरिए पोस्टिंग मिलने के बावजूद प्रदेश में कई प्राचार्य अब तक अपने-अपने स्कूलों में कार्यभार ग्रहण नहीं कर रहे हैं। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) ने प्रदेशभर के संयुक्त संचालकों (JD) से तीन दिन के भीतर पूरी रिपोर्ट तलब कर ली है।
DPI को मिली जानकारी के मुताबिक, पदस्थापना आदेश जारी होने के बावजूद ई और टी-दोनों कैडर के कई प्राचार्य स्कूलों में ज्वाइन नहीं हुए हैं। इसी को लेकर DPI ने सभी जेडी को पत्र लिखकर कैडरवार जानकारी देने को कहा है। इसमें साफ तौर पर पूछा गया है कि किस प्राचार्य ने ज्वाइनिंग दी है, किसने नहीं दी और अगर नहीं दी तो उसके पीछे क्या कारण हैं।

गौरतलब है कि लंबी कानूनी लड़ाई के बाद ई संवर्ग के 1478 व्याख्याताओं को प्राचार्य पद पर पदोन्नति मिली थी। इससे पहले टी संवर्ग के व्याख्याताओं को हाईकोर्ट के आदेश पर पदोन्नत किया गया था। लेकिन अदालती प्रक्रिया में देखने वाली बात यह रही कि दोनों कैडर के 800 से ज्यादा व्याख्याता पदोन्नति से पहले ही रिटायर हो चुके।
स्कूल शिक्षा विभाग ने पदोन्नति के बाद काउंसलिंग कर पोस्टिंग आदेश जारी किए थे। टी संवर्ग के लिए 29 अगस्त 2025 और ई संवर्ग के लिए 27 नवंबर 2025 को पदस्थापना आदेश जारी हुए थे। नियमों के अनुसार टी संवर्ग को 10 दिन और ई संवर्ग को एक सप्ताह के भीतर ज्वाइनिंग देना अनिवार्य था।
DPI ने अब साफ कर दिया है कि जिन प्राचार्यों ने आदेश के बावजूद कार्यभार ग्रहण नहीं किया है, उनकी सूची कारणों सहित मांगी गई है। तय समय में जानकारी नहीं देने पर आगे कार्रवाई की संभावना से भी इनकार नहीं किया गया है।



