नेशनल

तितली तूफान का कहर जारी , आंध्रा में दो की मौत अलर्ट जारी

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हालात का जायजा लिया।

बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान ‘तितली’ ने बुधवार को काफी भयंकर रूप ले लिया। मौसम विभाग के मुताबिक, ओडिशा-आंध्र प्रदेश की बढ़ते हुए तितली तूफान के चलते गुरुवार तड़के ओडिशा में तड़के गोपालपुर में भारी बारिश हुई।भयंकर चक्रवाती तूफान ‘तितली’ के पहुंचने से पहले ओडिशा में तटील जिलों से करीब तीन लाख लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचाये गए।
अधिकारियों ने बताया कि निचले और तटीय इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। मौसम विभाग ने कहा कि 140 से 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटों पर 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है और इनके साथ बारिश होगी। मौसम विभाग के समुद्र में ऊंची लहरें उठने के पूर्वानुमान के मद्देनजर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हालात का जायजा लिया।
उन्होंने गंजम, पुरी, खुर्दा, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों के कलेक्टरों से तटीय क्षेत्र में निचले इलाकों में रह रहे लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने को कहा है। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को भी कहा कि चक्रवात के चलते किसी भी व्यक्ति की जान नहीं जाए और लोगों के लिए चक्रवात आश्रय स्थलों को तैयार रखने को भी कहा। मुख्यमंत्री पटनायक ने कहा कि सभी स्कूलों, कॉलेजों और आंगनवाड़ी केंद्रों को 11-12 अक्तूबर को बंद रखा गया है।
तूफान तितली से आंध्र प्रदेश में अभी तक दो लोगों की मौत हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जानकारी दी है कि श्रीकाकुलम जिले में दो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि सरकार पूरी तरह से अलर्ट पर है। यह ऐसा समय है जब सभी लोग सामने आएं। मुझे पूरा विश्वास है कि सभी के समर्थन से इस संकट से संभला जाएगा।
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान तितली धीरे-धीरे कमजोर होगा और शुक्रवार की सुबह तक यह बिल्कुल कमजोर हो जाएगा। राज्य के मौसम विभाग ने बताया- अगला 12 घंटे तक चक्रवाती तूफान उत्तर-पश्चिम की तरफ आगे बढ़ेगा और 12 अक्टूबर यानि शुक्रवार की सुबह तक यह धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा।
स्पेशल रिलीफ कमिश्नर (एसआरसी) बीपी सेठी ने बताया कि राज्य में कोई बड़े नुकसान की की अभी तक कोई खबर नहीं है। हालांकि, गंजम और गजपति में कुछ जगहों पर तबाही की खबर हैं।
ओडिशा का गजपति जिला तूफान चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां का जिला मुख्यालय टाउन परालखेमुंडी से सड़क संपर्क टूट चुका है। उसके बाद अन्य प्रभावित जिले हैं- गंजम, बारासोर, केन्द्रपाड़ा और खुर्द। ओडिशा के स्पेशल रिलीफ कमिश्नर ने बताया कि अभी तक कोई हताहत की सूचना नहीं है।
करीब तीन लाख लोगों को निकाला गया है। निकाले गए लोगों के लिए ओडिसा में 112 राहत कैम्प बनाए गए हैं जिनमें इन लोगों ने शरण ले रखी है। स्पेशल रिलीफ कमिश्नर विष्णुपाड़ा सेठी ने बताया कि गंजम की 105 गर्भवती महिलाओं को जबकि जगतसिंहपुर की 18 महिलाओं को अस्पताल मं शिफ्ट किया गया है।
भुवनेश्वर के डॉयरेक्टर ऑफ मेट्रोलॉजिकल सेंटर एचआर विश्वास ने बताया कि बारिश शुरू हो चुकी है और अगले एक से दो घंटे में यह ओडिशा को पार कर जाएगी। गोपालपुर और गंजम जिले के कई हिस्से में जोरदार बारिश जारी है।
श्रीकाकुलम जिले के पालसा में चक्रवाती तूफान तितली के चलते तड़के करीब साढ़े चार बजे से लेकर साढ़े पांच बजे के बीच 140-150 किलोमीटर गति के साथ जोरदार बारिश हुई। हवा का झोंका 165 किलोमीटर प्रति घंटे का था।
भारतीय मौसम विभाग की तस्वीरों में दिख रहा चक्रवाती तूफान को दस्तक देते हुए
विशेष राहत आयुक्त (स्पेशल रिलीफ कमिश्नर) बिष्णुपद सेठी ने बताया कि ओडिशा के 30 में से 17 जिले को कलक्टर को रेड अलर्ट पर रखा गया है। ये जिले हैं- गंजम, गजपति, पुरी, केन्द्रपाड़ा, जगतसिंपुर, बालासोर, भद्रक, धेननकेनाल, कंधमाल, बौध, कटक, गजपुर, खुर्द, नयागढ़, कालागाड़ी, कोरापुट और रायगढ़।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button