महासमुन्द एवं रायपुर उत्तर ऐसी सीटें हैं जिनमें प्रत्याशी चयन के लिए भाजपा के भीतर भारी माथापच्ची हो रही। महासमुन्द से डॉ. विमल चोपड़ा को टिकट देने बड़े नेता पक्का मन बना चुके लेकिन पूर्व विधायक पूनम चंद्राकर ने अड़ंगा लगा दिया है। पूनम चंद्राकर 2003 में महासमुन्द से विधायक रहे थे। सूत्रों के मुताबिक जहां एक मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने विमल चोपड़ा को टिकट देने की जोरदार वकालत की है, वहीं एक अन्य तेज-तर्रार मंत्री का पूनम चंद्राकर को साइलेंट समर्थन है। उल्लेखनीय है कि डॉ. विमल चोपड़ा पिछला विधानसभा चुनाव महासमुन्द सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीते थे। चोपड़ा परिवार संघ से भी गहरे से जुड़ा रहा है। दूसरी तरफ भाजपा को रायपुर उत्तर के प्रत्याशी चयन में भारी कठिनाई आ रही। रायपुर उत्तर के वर्तमान विधायक श्रीचंद सुंदरानी का नाम दिल्ली में जाकर अटक गया है, जबकि रायपुर की अन्य तीन सीटों पश्चिम, दक्षिण एवं ग्रामीण के प्रत्याशियों की घोषणा 22 अक्टूबर को ही हो चुकी है। उत्तर सीट से संजय श्रीवास्तव एवं सुनील सोनी भी प्रबल दावेदार हैं। सुंदरानी के पक्ष में सिंधी समाज का एक बड़ा तबका खड़ा हो गया है और पार्टी पर दबाव बना रहा है। महासमुद एवं रायपुर उत्तर के अलावा बलौदाबाजार, सराईपाली, बसना, प्रेमनगर, रामानुजगंज, कोटा, जैजैपुर, संजारी बालोद, गुंडरदेही व वैशाली नगर की भी टिकटें अटकी हुई हैं। दुर्ग ग्रामीण से मंत्री रमशीला साहू की टिकट कट चुकी है और उन्हें आस है कि गुंडरदेही से पार्टी लड़ने का मौका दे सकती है। पूर्व में वे गुंडरदेही से विधायक भी रह चुकी हैं।