रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा निर्वाचन के दौरान नक्सल प्रभावित जिलों में शांतिपूर्ण मतदान कराने सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए जाएंगे। भारत निर्वाचन आयोग की आज नई दिल्ली में हुई बैठक में प्रदेश में विधानसभा निर्वाचन के दौरान नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गहन चर्चा हुई। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओ.पी. रावत की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में भारत निर्वाचन आयोग और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू भी शामिल हुए।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने बताया कि आज की बैठक में छत्तीसगढ़ में पहले चरण के निर्वाचन वाले 18 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में विशेष रूप से चर्चा हुई। बस्तर संभाग और राजनांदगांव जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदाता निर्भय होकर अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें, इसके लिए वहां सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों की तैनाती, मतदान दलों के आवागमन, मतदान केन्द्रों की सुरक्षा और मतदाता जागरूकता संबंधी अनेक विषयों पर आज बैठक में गंभीर विचार-विमर्श हुआ।
साहू ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से अति-संवेदनशील मतदान केन्द्रों में मतदान दल को लाने-ले जाने के लिए हेलीकॉफ्टर की व्यवस्था की जा रही है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओ.पी. रावत ने बैठक में प्रथम चरण के मतदान वाले सभी आठ जिलों के कलेक्टर्स और जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और संबंधित रेंज के पुलिस महानिरीक्षकों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधा संवाद कर सुगम-सुघ्घर-और समावेशी निर्वाचन के लिए की गई तैयारियों की जानकारी ली और सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।