रायपुर। भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार करने छत्तीसगढ़ आये केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के नक्सल प्रभावित क्षेत्र किरन्दुल नहीं जाने पर कांग्रेस ने कहा भाजपा के नेता डरपोक हैं। जहां हमारे जवान नक्सलवाद खत्म करने लाल आतंक से लड़ाई लड़ रहे, शहीद हो रहे, वहाँ जाने से भाजपा नेता घबरा रहे।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बढ़ते नक्सलवाद के लिये प्रदेश सरकार ही जिम्मेदार हैं। राज्य निर्माण के वक्त दक्षिण बस्तर के सीमावर्ती क्षेत्रों के तीन ब्लाक तक सीमित नक्सलवाद 15 साल में 14 जिलों तक पहुंच गया। रविशंकर प्रसाद भाजपा का प्रचार प्रसार करने किरन्दुल नहीं जा सके तो वो कैसे नक्सलवाद खत्म करने की गाथा गा रहे? रविशंकर प्रसाद और भाजपा को समझ जाना चाहिए सरकार के 15 साल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ का विकास नहीं बल्कि विनाश हुआ है। राज्य निर्माण के समय तीन ब्लाक तक सीमित नक्सलवाद का सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, कोंडागांव, कांकेर, नारायणपुर, राजनंदगांव, बालोद, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, बलरामपुर, कबीरधाम, बस्तर तक पहुंचने से स्पष्ट हो गया, भाजपा की नीति में नक्सलवाद खत्म करना नहीं बल्कि लाल आतंक के बहाने पांचवी अनुसूची क्षेत्रों के जल, जंगल, जमीन, वन संपदा, खनिज संपदा पर कब्जा करना है। 2013 के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा में झीरम घाटी में षड्यंत्रपूर्वक नक्सली हमला हुआ, जिसमें काँग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेताओ की हत्या की हुई थी। छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता बढ़ते नक्सलवाद के दुष्परिणाम झेल रही है। 2018 के चुनाव को भी प्रभावित करने नक्सलियों ने मतदान करने वालों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी है।