रायपुर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रभारी आर.पी.एन. सिंह ने आज गंगा जल हाथ में लेते हुए कहा कि इस पवित्र जल की सौगंध खाकर कह रहा- छत्तीसगढ़ में जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनेगी किसानों का कर्जा माफ होगा।
राजीव भवन में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए आर.पी.एन. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 15 लाख किसान हैं। जो छत्तीसगढ़ की रीढ़ की हड्डी हैं। छत्तीसगढ़ की धरती अमीर है, लेकिन यहां का किसान गरीब होते चला गया। बस्तर में आए दिन सीआरपीएफ के जवानों की शहादत हो रही है। यहां न जवान खुश हैं ना किसान। खुश हैं तो केवल बेईमान। झीरम घाटी हत्याकंड को कौन भूल सकता है। हमारे विद्याचरण शुक्ल एवं महेन्द्र कर्मा समेत और भी बहुत से नेता मार दिए गए। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद नक्सलवाद को रोकने सबसे पहले यहां इंटेलिजेंस को मजबूत करेंगे। सीआरपीएफ की संख्या बढ़ाएंगे। केन्द्र की भाजपा सरकार कश्मीर से आतंकवाद एवं छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद हटाने की बात जरूर करती है पर ये दोनों राज्य जैसे पहले थे आज भी वैसे ही हैं। अभी के दौर में भ्रष्टाचारी लोग तो खुश हैं आम आदमी परेशान है। नोटबंदी से छोटे व्यापारियों का बिजनेस ठप्प हो गया। आम आदमी का हाल बेहाल हो गया। सिंह ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार को पिछले साढ़े चार सालों में अयोध्या के राम मंदिर का मुद्दा याद नहीं आया। अब याद आ रहा है। कहते हैं इस पर अलग से प्राइवेट बिल लाएंगे। जब भी चुनाव नजदीक आता है इन्हें राम मंदिर याद आता है। यदि भविष्य में केन्द्र में कांग्रेस की सरकार बनती है तो राम मंदिर के मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला मान्य होगा। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के कथन- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस व्दारा लाया गया चुनावी घोषणा पत्र किसी दिवालिया बैंक के पोस्ट डेटेड चैक की तरह लगता है- की तरफ ध्यान आकर्षित किए जाने पर आर पी एन सिंह ने कहा कि भाजपा के इन राष्ट्रीय नेताओं को तो अंबानी जैसे उद्योगपतियों के ही चेक अच्छे लगते हैं।