हरियाणा में पीएम मोदी ने किया केएमपी एक्सप्रैस-वे का उद्घाटन
गुरुग्राम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हरियाणा में लगभग डेढ़ दशक बाद बनकर तैयार होने वाले केएमपी(कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने फरीदाबाद के बल्लभगढ़ तक मेट्रो की सेवा शुरू करने के लिए मेट्रो स्टेशन राजा नाहर सिंह का भी उद्घाटन गुरूग्राम से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया। प्रधानमंत्री मोदी हरियाणा में विशेष रूप से केएमपी का उद्घाटन करने आए थे, इस उपलक्ष्य में गुरूग्राम जिले के सुल्तानपुर में रैली का आयोजन किया गया था। रैली में प्रधानमंत्री मोदी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व अन्य मंत्रीगण व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
साथ ही कहा कि इस बार वह लोकसभा की दस की दस सीटें जीतेंगे। इस दौरान पीएम मोदी ने सुल्तानपुर से ही पलवल जिले के दुधौला गांव में 82.7 एकड़ क्षेत्र में प्रस्तावित श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का भी शिलान्यास किया। जिसका सीधा प्रसारण दुधौला गांव में विश्वविद्यालय स्थल पर दिखाया गया।
विश्वविद्यालय परियोजना तीन चरणों में पूरी हुई। इस पर लगभग 1000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने रैली स्थल पर स्वंय लोगों को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि गत चार सालों के दौरान हरियाणा प्रदेश में मेरा 11वां दौरा है।
उन्होंने कहा कि केएमपी एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर लगभग 6400 करोड़ रुपये की राशि खर्च हुई है तथा इसमें से लगभग 2988 करोड़ रुपये से 3846 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है। शुरूआत में यह एक्सप्रैस-वे चार लेन का प्रस्तावित था तथा वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ था।
वहीं, सीएम खट्टर ने कहा कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार आने पर इस परियोजना के महत्व को देखते हुये न केवल इसे पुन: आरंभ किया गया बल्कि इसे छह लेन का कर दिया गया। कुल 135.650 किलोमीटर लंबे एक एक्सप्रैस-वे का 52.330 किलोमीटर का खंड पहले ही जनता के लिये खोला जा चुका है।
इस मौके पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, विधायक उमेश अग्रवाल, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जैन और अमित आर्य, गुरुग्राम नगर निगम की महापौर मधु आजाद, पुलिस महानिदेशक बी. एस. संधु और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे। 4 सालों में राज्य में किए गए कामों का बखान करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकार में जिस तरह काम हुआ, वो एक केस स्टडी है कि कैसे जनता के पैसे को बर्बाद किया जाता है। जब ये प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, तो अनुमान लगाया गया था कि इस पर 1200 करोड़ रुपए खर्च होंगे। आज इतने वर्षों की देरी की वजह से इसकी लागत बढ़कर 3 गुना से ज्यादा हो गई। उन्होंने कहा कि जहां साल 2014 से पहले देश में एक दिन में सिर्फ 12 किलोमीटर हाईवे बनते थे, आज लगभग 27 किलोमीटर हाईवे का प्रतिदिन निर्माण हो रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस हाइवे से लोगों को एक राज्य से दूसरे राज्य में आने-जाने के लिए दिल्ली के अंदर नहीं जाना पड़ेगा और वह दिल्ली के भारी जाम से बचते हुए निकल जाएंगे। इससे लोगों का बहुत सा समय बर्बाद होने से बच जाएगा। क्योकि अब कैनाल से पलवल तक का सफर सिर्फ डेढ़ घंटे में पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेसवे पर 12 साल से काम चल रहा था। ये एक्सप्रेसवे आपको 8-9 साल पहले ही मिल जाना चाहिए था। लेकिन ऐसा हुआ नहीं, पहले की सरकारों के जो तौर-तरीके थे, उसने इस एक्सप्रेसवे को पूरा होने में 12 साल लग गए।