Naxalism in Chhattisgarh: नक्सलवाद की उलटी गिनती शुरू! सीएम साय ने अमित शाह से की अहम चर्चा
Naxalism in Chhattisgarh: नक्सलवाद की उलटी गिनती शुरू! सीएम साय ने अमित शाह से की अहम चर्चा

18, March, 2025 | Naxalism in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब खत्म होने की कगार पर है। राज्य सरकार की सख्त नीतियों और सुरक्षा बलों की प्रभावी रणनीतियों के चलते नक्सल प्रभावित इलाकों में तेजी से शांति लौट रही है। इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस बैठक में नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने, बस्तर के विकास को गति देने और क्षेत्र में पर्यटन एवं आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई।
नई पुनर्वास नीति का असर दिखा
मुख्यमंत्री साय ने गृह मंत्री शाह को राज्य में नक्सल विरोधी अभियानों और सरकार की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 की सफलता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य और केंद्र के संयुक्त प्रयासों से नक्सलियों की पकड़ कमजोर हो चुकी है और बस्तर स्थायी शांति की ओर बढ़ रहा है। हाल ही में बीजापुर जिले में 9 ईनामी नक्सलियों सहित कुल 19 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वालों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता और पुनर्वास योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, ताकि वे समाज की मुख्यधारा में लौटकर सम्मानजनक जीवन व्यतीत कर सकें।
बस्तर में विकास कार्यों को मिलेगी रफ्तार
बैठक में बस्तर के विकास कार्यों को गति देने पर विशेष जोर दिया गया। मुख्यमंत्री साय ने बताया कि राज्य सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार बस्तर के युवाओं को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए कौशल विकास और स्वरोजगार के नए अवसर सृजित कर रही है, जिससे क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिलेगी।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इसके अलावा, बैठक में बस्तर के समृद्ध सांस्कृतिक और प्राकृतिक सौंदर्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी विचार किया गया। सरकार की योजना है कि बस्तर को सिर्फ संघर्ष की भूमि के रूप में नहीं, बल्कि शांति, विकास और संभावनाओं के नए केंद्र के रूप में स्थापित किया जाए।