छत्तीसगढ़ में निगम-मंडलों की नियुक्ति पर ननकीराम कंवर का पीएम को पत्र, नए चेहरों को मौका देने की मांग
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने के बाद निगम-मंडलों में नियुक्तियों को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इसी बीच राज्य के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने प्रधानमंत्री...

27, March, 2025 | छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने के बाद निगम-मंडलों में नियुक्तियों को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इसी बीच राज्य के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर नए नेताओं को निगम-मंडलों में मौका देने की मांग की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि पुराने चेहरों को दोबारा पद न दिया जाए, बल्कि पार्टी के उन निष्ठावान कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाए, जिन्हें अब तक कोई अवसर नहीं मिला है। उनके इस पत्र के बाद उन नेताओं की चिंता बढ़ गई है, जो निगम-मंडलों में अपनी नियुक्ति की उम्मीद लगाए बैठे थे।
पुराने नेताओं पर लगाए गंभीर आरोप
ननकीराम कंवर ने पत्र में लिखा है कि 2003 से 2018 तक जब राज्य में भाजपा की सरकार थी, तब विभिन्न निगम-मंडलों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और अन्य पदों पर कई लोगों की नियुक्तियां की गई थीं। इनमें से कुछ नेताओं के कार्यों ने भाजपा को नुकसान पहुंचाया, जिसका खामियाजा पार्टी को 2018 के विधानसभा चुनाव में सत्ता से बाहर होकर भुगतना पड़ा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन के दौरान जब भाजपा कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा था, तब भाजपा के ही कुछ “दलाल मानसिकता” वाले नेता उन अधिकारियों को बचाने में लगे थे, जो पार्टी के लोगों पर कार्रवाई कर रहे थे। अब वही लोग भाजपा सरकार में अपने पसंदीदा अधिकारियों को मनचाही पोस्टिंग दिलाने की कोशिश कर रहे हैं।
निष्ठावान कार्यकर्ताओं को मौका देने की मांग
पूर्व गृहमंत्री ने इस पत्र में आग्रह किया कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर पार्टी के शीर्ष पदों से दूर रखना चाहिए और पार्टी के ईमानदार और मेहनती कार्यकर्ताओं को निगम-मंडलों में जगह दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कई ऐसे समर्पित कार्यकर्ता हैं, जो वर्षों से पार्टी के लिए निष्ठा से काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अब तक किसी निगम-मंडल में कोई पद नहीं मिला। इसलिए शीर्ष नेतृत्व को इस बार नए चेहरों को प्राथमिकता देकर उन्हें पदों पर नियुक्त करना चाहिए।
नेताओं के बीच मची हलचल
ननकीराम कंवर के इस पत्र के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ भाजपा में अंदरूनी हलचल मच गई है। खासतौर पर वे नेता, जो निगम-मंडलों में अपनी नियुक्ति की उम्मीद लगाए बैठे थे, अब चिंता में हैं कि कहीं इस पत्र का असर उनकी संभावनाओं पर न पड़ जाए। वहीं, पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि संगठन को पुराने चेहरों की जगह नए और जमीनी कार्यकर्ताओं को मौका देना चाहिए, ताकि पार्टी के प्रति आम जनता में विश्वास बना रहे।
अब देखना होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का शीर्ष नेतृत्व ननकीराम कंवर के इस सुझाव पर क्या फैसला लेता है और छत्तीसगढ़ के निगम-मंडलों में कौन-कौन से नए चेहरे सामने आते हैं।