छत्तीसगढ़

शांति वार्ता के लिए सरकार तैयार, गृहमंत्री ने नक्सलियों से किया हथियार छोड़ने का आह्वान

नक्सलियों द्वारा जारी प्रेस नोट के जवाब में गृहमंत्री विजय शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ किया कि यदि नक्सली शांति वार्ता के लिए तैयार हैं, तो सरकार...

10, April, 2025 | रायपुर | नक्सलियों द्वारा जारी प्रेस नोट के जवाब में गृहमंत्री विजय शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ किया कि यदि नक्सली शांति वार्ता के लिए तैयार हैं, तो सरकार भी उनसे चर्चा करने के लिए तत्पर है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि नक्सली हथियार छोड़कर बातचीत के लिए आगे आते हैं, तो सरकार खुले दिल से उनका स्वागत करेगी।

गृहमंत्री शर्मा ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि सरकार नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने का पूरा अवसर देगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार उनके पुनर्वास में भी सहायता करेगी, ताकि वे नवजीवन की ओर कदम बढ़ा सकें। नक्सलियों की ओर से जारी प्रेस नोट में यह दावा किया गया था कि वे स्कूल, अस्पताल और आंगनबाड़ियों के निर्माण का विरोध नहीं करते। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गृहमंत्री ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच पहले बनी समिति के सदस्यों को आगे आकर समाधान निकालने की जरूरत है।

सरेंडर करने वालों को मिलेगी राहत
गृहमंत्री ने यह भी घोषणा की कि सरकार की नई पुनर्वास नीति (Rehabilitation Policy) के तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होगी, ताकि वे बिना डर के मुख्यधारा में शामिल हो सकें।

सरकार की मंशा साफ है कि बस्तर और अन्य नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास को गति दी जाए। इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार मिलकर काम कर रही हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी नक्सलियों से हिंसा छोड़कर विकास के मार्ग को अपनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यदि नक्सली सरकार से बातचीत कर समाधान चाहते हैं, तो उन्हें हथियार छोड़कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होना होगा।

सरकार के इस नए रुख को नक्सल समस्या के समाधान की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अब देखना होगा कि नक्सली इस प्रस्ताव पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या शांति वार्ता की कोई नई पहल शुरू होती है।

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