Naxal Surrender: बीजापुर में बड़ी सफलता, 28.5 लाख के इनामी 14 सहित कुल 24 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पूर्वी बस्तर डिवीजन की परतापुर एरिया कमेटी और पश्चिम बस्तर...
29, April, 2025 | बीजापुर | Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पूर्वी बस्तर डिवीजन की परतापुर एरिया कमेटी और पश्चिम बस्तर डिवीजन की भैरमगढ़ एरिया कमेटी से जुड़े कुल 24 माओवादियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वालों में 14 इनामी माओवादी भी शामिल हैं, जिन पर कुल मिलाकर 28.5 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
आत्मसमर्पित माओवादियों में एरिया कमेटी के एसीएम, पार्टी सदस्य, एओबी डिवीजन के पीएलजीए सदस्य, माड़ डिवीजन प्लाटून के सदस्य, केएएमएस के अध्यक्ष, जनताना सरकार के शिक्षक और कई मिलिशिया कंपनियों के डिप्टी कमांडर शामिल हैं। यह बड़ी सफलता डीआरजी, बस्तर फाइटर, एसटीएफ, कोबरा और केरिपु बल के संयुक्त प्रयासों तथा सरकार की पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति के प्रभाव से संभव हुई है।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में आत्मसमर्पण
पुलिस उप महानिरीक्षक (केरिपु बीजापुर) देवेंद्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ. जितेंद्र कुमार यादव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वाले सभी माओवादियों को छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि के चेक भी प्रदान किए गए।
प्रमुख आत्मसमर्पित माओवादी
इस आत्मसमर्पण सूची में 5 लाख के इनामी सुदरू हेमला उर्फ राजेश और कमली मोड़ियम उर्फ उर्मिला, 3 लाख के इनामी जयमोती पूनेम समेत कई बड़े नाम शामिल हैं। कई माओवादी 15 से 20 वर्षों तक संगठन से जुड़े रहे और महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत थे।
आत्मसमर्पण के प्रमुख कारण
पुलिस के मुताबिक, संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद, आदिवासी समाज पर किए जा रहे अत्याचार, विचारधारा से मोहभंग और सरकार द्वारा अंदरूनी इलाकों में चलाए जा रहे विकास कार्यों ने माओवादियों को मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित किया है। खासतौर पर ‘नियद नेल्ला नार’ योजना और पुनर्वास नीतियों का प्रभाव आत्मसमर्पण के फैसले पर पड़ा।
नक्सल उन्मूलन अभियान में अब तक की प्रगति
1 जनवरी 2025 से अब तक बीजापुर जिले में 213 माओवादी गिरफ्तार, 203 आत्मसमर्पण और मुठभेड़ों में 90 माओवादी मारे जा चुके हैं। ये आंकड़े नक्सल उन्मूलन अभियान की अभूतपूर्व सफलता को दर्शाते हैं।



