B.Ed Assistant Teachers को लैब टेक्नीशियन पद पर समायोजन, शिक्षकों ने जताया मुख्यमंत्री का आभार
B.Ed Assistant Teachers: छत्तीसगढ़ में लंबे समय से बीएड सहायक शिक्षक अपने स्थायित्व और सम्मान की मांग कर रहे थे। अब राज्य सरकार ने उनकी इस वर्षों
01, May, 2025 | रायपुर। B.Ed Assistant Teachers: छत्तीसगढ़ में लंबे समय से बीएड सहायक शिक्षक अपने स्थायित्व और सम्मान की मांग कर रहे थे। अब राज्य सरकार ने उनकी इस वर्षों पुरानी मांग को मानते हुए एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। सरकार ने बीएड सहायक शिक्षकों को लैब टेक्नीशियन के पद पर समायोजित करने की घोषणा की है। इस निर्णय को शिक्षा क्षेत्र में एक सकारात्मक और दूरगामी असर डालने वाला कदम माना जा रहा है।
इस फैसले की घोषणा के बाद बीएड सहायक शिक्षकों में उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गई। शिक्षक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से उनके निवास पर भेंट कर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर शिक्षक भावुक नजर आए और उन्होंने सरकार के प्रति आभार जताया। शिक्षकों ने कहा कि यह फैसला उनके जीवन में स्थायित्व और आत्म-सम्मान लेकर आया है, जिसके लिए वे लंबे समय से संघर्ष कर रहे थे।
मुख्यमंत्री निवास पर हुई इस मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया मंच X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “शिक्षकों के चेहरे पर मुस्कान देखकर आत्मिक संतोष की प्राप्ति हुई है। राज्य सरकार के समायोजन के निर्णय से सभी प्रसन्न हैं।” उन्होंने आगे लिखा कि सरकार की प्राथमिकता हमेशा से शिक्षा की गुणवत्ता और शिक्षकों की गरिमा को बनाए रखना रही है।
मुख्यमंत्री साय ने इस दौरान युवा शिक्षकों से आत्मीय संवाद भी किया। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे अपनी भूमिका को सिर्फ नौकरी के रूप में न देखें, बल्कि एक कर्तव्य और सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में निभाएं। उन्होंने कहा कि अब जब सरकार ने शिक्षकों को स्थायित्व प्रदान किया है, तो शिक्षकों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और प्रेरणादायक शिक्षा दें।
सरकार के इस कदम को शिक्षा विशेषज्ञों और समाज के विभिन्न वर्गों ने भी सराहा है। जानकारों का मानना है कि इस तरह का निर्णय न केवल शिक्षकों को आत्म-सम्मान देगा, बल्कि स्कूलों में प्रयोगात्मक शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। लैब टेक्नीशियन के रूप में समायोजन से विज्ञान और तकनीक विषयों की पढ़ाई में सुधार आएगा, जिससे छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त होगा।
यह फैसला छत्तीसगढ़ सरकार के उस विजन को भी दर्शाता है जिसमें वह गुणवत्ता आधारित शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए शिक्षकों को सशक्त बनाने पर जोर दे रही है। बीएड सहायक शिक्षकों का समायोजन न केवल एक प्रशासनिक निर्णय है, बल्कि यह उन हजारों शिक्षकों के संघर्ष और धैर्य को भी मान्यता देता है, जो वर्षों से स्थायित्व की प्रतीक्षा में थे।
इस निर्णय के लागू होने के बाद प्रदेश भर के शिक्षकों में नई ऊर्जा और उत्साह देखने को मिल रहा है। यह कदम छत्तीसगढ़ में शिक्षा की दिशा और दशा को बदलने की दिशा में एक मजबूत आधार साबित हो सकता है।



