नक्सलियों के लिए काम करता था केन्द्र का राजपत्रित अधिकारी, गिरफ्तार
भिलाई। छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी और एमएमसी (महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश- छत्तीसगढ़) जैसे बड़े संगठनों के बतौर शहरी नेटवर्क काम करने वाले नेशनल को-ऑर्डिनेटर को गिरफ्तार किया है।
आरोपित एन. वेंकट राव भारत सरकार की हैदराबाद स्थित नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (भू-गर्भ विज्ञान अनुसंधान इकाई) में राजपत्रित अधिकारी है। आरोपित 38 सालों से नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के लिए काम कर रहा था।
समय-समय पर नक्सलियों को बारूद की सप्लाई भी करता था। पुलिस ने आरोपित के पास से वायरलेस सेट, डेटोनेटर और नक्सली साहित्य व पत्र बरामद किया है।
दुर्ग रेंज आइजी जीपी सिंह ने रविवार को मीडिया को बताया कि आरोपित एन. वेंकट राव नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट में बतौर सीनियर टेक्नीकल ऑफिसर पदस्थ है। नक्सली उसे नक्का मूर्ति के रूप में पहचानते थे।
विभिन्न् सूत्रों और आत्मसमर्पित नक्सली पहाड़ सिंह से पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि एन मूर्ति नाम का व्यक्ति बाइक से आता है और नक्सलियों को जरूरी सामान पहुंचाता है। नक्सलियों के बड़े लीडर से उसकी लंबी मीटिंग भी होती थी।
विभिन्न् माध्यमों से जानकारी मिली कि रविवार को एन मूर्ति बागनदी क्षेत्र में आने वाला है। इस आधार पर पुलिस ने चेक पोस्ट लगाया था और राजनांदगांव जिला के बागनदी थाना क्षेत्र के चाबुकनाला मोड़ पर उसे पकड़ा गया।
पूछताछ में आरोपित ने जानकारी दी है कि वह नक्सलियों के गुरिल्ला जोन को लॉजिस्टिक सपोर्ट करता था। उन्हें हथियार और बारूद भी उपलब्ध कराता था। अपने पद और पोस्टिंग का फायदा उठाकर वह 38 सालों से पुलिस से बचता रहा है।
एन मूर्ति उर्फ वेंकट राव ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है वह सिर्फ बड़े नक्सली लीडरों से संपर्क रखता था। वह सेंट्रल कमेटी के प्रेसीडेंट देवजी, सदस्य दीपक तेलतुंबड़े और एमएमसी के लीडरों से भी मिलता रहा है।
उन्हें वह बारूद और अन्य सामान पहुंचाता था। साथ ही उसकी नक्सलियों से लंबी बैठकें भी होती थी। आइजी सिंह ने बताया कि वह पीएम नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश में गिरफ्तार आरोपी सुधा भारद्वाज, वरवरा राव, गौतम नवलखा, अरुण फरेरा, वेरनन गोंजाल्विस, आनंद तेलतुंबड़े, फादर स्टेन स्वामी और सुसान अब्राहम से भी परिचित है।