Shashi Tharoor on Rahul Gandhi: राहुल गांधी के ‘सरेंडर’ बयान पर शशि थरूर का जवाब – भारत को किसी मध्यस्थ की जरूरत नहीं
Shashi Tharoor on Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए 'सरेंडर' वाले बयान पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर...
05, June, 2025 | Shashi Tharoor on Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए ‘सरेंडर’ वाले बयान पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने सफाई दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत को किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है और न ही देश ने कभी किसी से ऐसी मांग की है। वॉशिंगटन डीसी में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान थरूर ने यह प्रतिक्रिया दी।
थरूर बोले – अमेरिका के राष्ट्रपति का सम्मान, पर मध्यस्थता की जरूरत नहीं
वॉशिंगटन में मीडिया से बात करते हुए शशि थरूर ने कहा, “हम अमेरिकी राष्ट्रपति का सम्मान करते हैं, लेकिन हमने कभी किसी तीसरे पक्ष से भारत-पाक मसले पर मध्यस्थता करने के लिए नहीं कहा।” थरूर इन दिनों अमेरिका में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारत के संपर्क मिशन की अगुवाई कर रहे हैं।
उनसे जब भारत-पाकिस्तान के हालिया तनाव और अमेरिका की भूमिका से जुड़े सवाल पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो थरूर ने दो टूक कहा कि “भारत हमेशा से अपनी बात खुद रखता रहा है और जरूरत पड़ने पर सीधी बातचीत ही सही रास्ता है।”
‘अगर पाकिस्तान आतंक के खिलाफ सख्त कदम उठाए, तभी बातचीत संभव’
शशि थरूर ने आगे कहा कि भारत को बातचीत के लिए किसी मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर पाकिस्तान आतंकवादी ढांचे को खत्म करने की दिशा में गंभीर और ठोस कदम उठाता है और सामान्य रिश्तों की ओर बढ़ना चाहता है, तो भारत बातचीत के लिए तैयार है। लेकिन यह तभी संभव है जब उनकी मंशा में ईमानदारी हो।”
राहुल गांधी का क्या था बयान?
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस के ‘संगठन सृजन अभियान’ की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि “भारत-पाक संघर्ष के समय ट्रंप का एक फोन आया और नरेंद्र मोदी ने सरेंडर कर दिया।” उन्होंने 1971 की तुलना करते हुए कहा कि “जब अमेरिका ने सातवां बेड़ा भेजा था तब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने झुकने से इनकार कर दिया था। कांग्रेस कभी झुकी नहीं, लेकिन भाजपा-आरएसएस का चरित्र हमेशा झुकने का रहा है।”
राहुल गांधी ने कहा कि “आज भी अगर थोड़ा सा दबाव बने तो भाजपा-आरएसएस घबरा जाते हैं। आजादी के बाद से ही ये लोग हमेशा समर्पण करते आए हैं। नेहरू, गांधी और पटेल ने कभी हार नहीं मानी थी।”
बीजेपी ने लगाया सेना के अपमान का आरोप
राहुल गांधी के बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पलटवार किया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर देश की सेना और प्रधानमंत्री का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “यह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को कमतर आंकने की साजिश है और राहुल गांधी की मानसिकता पाकिस्तान समर्थक नेताओं से भी आगे निकल चुकी है।”
त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का इतिहास ‘समर्पण’ से भरा है—फिर चाहे वह भारत का विभाजन हो या चीन और पाकिस्तान द्वारा भारतीय भूमि पर कब्जा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करते हुए उन्हें “भारत मां का शेर” बताया।
राहुल गांधी के ‘सरेंडर’ वाले बयान ने जहां राजनीति में हलचल मचा दी है, वहीं शशि थरूर ने इसे संतुलित तरीके से नकारते हुए स्पष्ट कर दिया कि भारत कभी किसी से मध्यस्थता की गुहार नहीं लगाता। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस और भाजपा के बीच यह जुबानी जंग कितनी दूर तक जाती है और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी कहां तक पहुंचती है।



