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THAILAND CAMBODIA BORDER CONFLICT | थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर जंग जैसे हालात, हवाई हमलों में 9 की मौत!

 

24 जुलाई 2025, अंतरराष्ट्रीय डेस्क। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद ने अब खतरनाक मोड़ ले लिया है। ताजा घटनाक्रम में दोनों देशों के बीच खूनी झड़पें हुई हैं, जिसमें कम से कम 9 नागरिकों की मौत और दर्जनों घायल होने की खबर है। स्थिति और गंभीर तब हो गई जब थाईलैंड ने कंबोडिया के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले शुरू कर दिए। यह सब ऐसे समय हुआ है जब दोनों देशों ने अपने राजनयिक संबंधों को न्यूनतम स्तर तक सीमित कर दिया है।

क्यों भड़की हिंसा?

गुरुवार सुबह थाईलैंड के सुरिन प्रांत के पास ता मुएन थॉम मंदिर इलाके में झड़प शुरू हुई। थाई सेना के अनुसार, एक कंबोडियाई ड्रोन की आवाज सुनने के बाद वहां तैनात सैनिकों ने देखा कि छह सशस्त्र कंबोडियाई सैनिक उनकी सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं। चेतावनी देने के बावजूद कंबोडियाई सैनिकों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद थाई सेना ने जवाबी कार्रवाई की।

प्राचीन मंदिर क्षेत्र बना संघर्ष का केंद्र

विवाद की जड़ है प्रीह विहार मंदिर, जिसे 1962 में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने कंबोडिया का हिस्सा बताया था। हालांकि थाईलैंड ने यह फैसला मानने के बावजूद मंदिर के आसपास के इलाकों पर दावा नहीं छोड़ा, जिससे यह क्षेत्र लगातार संघर्ष का केंद्र बना रहा है। 2008 में जब यूनेस्को ने इस मंदिर को विश्व धरोहर का दर्जा दिया, तब तनाव और बढ़ गया।

हवाई हमले और बढ़ती सैन्य कार्रवाई

थाईलैंड ने पुष्टि की है कि कंबोडिया में दो सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए गए हैं। वहीं कंबोडियाई रक्षा मंत्रालय का आरोप है कि थाई विमानों ने प्रीह विहार मंदिर के पास सड़क पर बमबारी की है। थाई सेना ने बताया कि कंबोडियाई रॉकेट हमले में सुरिन प्रांत में छह लोगों की मौत हो गई है।

राजनयिक संबंधों में गिरावट

गंभीर सैन्य झड़पों के साथ ही दोनों देशों ने अपने राजनयिक मिशनों को वापस बुलाना शुरू कर दिया है। कंबोडिया ने थाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है, वहीं थाईलैंड ने अपने नागरिकों को कंबोडिया छोड़ने की सलाह दी है।

दोनों देशों का आरोप-प्रत्यारोप

कंबोडिया का कहना है कि थाईलैंड ने उसकी संप्रभुता का उल्लंघन किया और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हुए हमले किए हैं। वहीं थाईलैंड का दावा है कि कंबोडिया नई बारूदी सुरंगें बिछा रहा है और नागरिकों को निशाना बना रहा है।

क्या है विवाद की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि?

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 817 किमी लंबी सीमा है। यह सीमा मूल रूप से 1907 में फ्रांसीसी औपनिवेशिक काल के नक्शे पर आधारित है। लेकिन प्रीह विहार मंदिर की स्थिति को लेकर वर्षों से मतभेद बना हुआ है। 1962 और 2013 में इंटरनेशनल कोर्ट ने मंदिर को कंबोडियाई क्षेत्र में माना, लेकिन थाईलैंड आज तक इस फैसले को पूरी तरह स्वीकार नहीं कर सका।

 

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