रायपुर। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने आरोप लगाया कि अगस्ता घोटाले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीमती सोनिया गांधी की संलिप्तता है। उन्होंने कहा कि इसमें देश के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार ने 125 करोड़ कमीशन लिया।
आज एकात्म परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए धरमलाल कौशिक ने कहा कि 2010 में हैलीकॉप्टर बनाने वाली इटली की कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड से वीवीआईपी के के लिए 12 हैलीकॉप्टर खरीदने का सौदा हुआ था।
इन हैलीकॉप्टर के एवज में 37 सौ करोड़ देना तय हुआ था। तभी यह बात उजागर हुई कि कंपनी ने भारत में 125 करोड़ घूस दिए हैं। इटली की अदालत में साबित हुआ कि कुल डील का 10 प्रतिशत हिस्सा रिश्वत देने की बात तय हुई थी।
घूसखोरी का भंडाफोड़ होने के बाद 2010 में मनमोहन सिंह की सरकार ने डील रद्द कर दिया। इसके बाद पूर्व एयरफोर्स चीफ एस.पी. त्यागी समेत 13 लोगों पर केस दर्ज किया गया।
इटली की कोर्ट की कार्रवाई में यह बात सामने आई थी कि भारत के सबसे ताकतवर राजनीतिक परिवार ने सौदे में 125 करोड़ का कमीशन लिया। कौशिक ने कहा कि चूंकि इस मामले का भंडाफोड़ इटली में हुआ था लिहाजा वहां भी इस पर मुकदमा चला।
मिलान शहर की अदालत के फैसले के पेज नंबर 193 और 204 पर कुल मिलाकर 4 बार सोनिया गांधी का नाम आया। इसमें उनके नाम की स्पेलिंग signora gandhi लिखा था।
इटैलियन वर्ड में सिग्नोरा का मतलब श्रीमती होता है। कोर्ट ने कहा कि सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने बिचौलिये के जरिए 125 करोड़ कमीशन लिया। कुल 225 करोड़ रिश्वत की लेन-देन हुई।
इसमें 52 प्रतिशत हिस्सा कांग्रेस नेताओं को दिया गया। 28 प्रतिशत सरकारी अफसरों को और 20 प्रतिशत एयरफोर्स के अफसरों को मिला। इस केस में तब के एयरफोर्स चीफ एस पी त्यागी को भी आरोपी बनाया गया। मोदी सरकार 2014 से अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले मामले में कार्रवाई कर रही है।